पर्यावरण का रखें ध्यान, तभी बनेगा देश महान
मेदिनीनगर : वृक्ष हमारे सच्चे मित्र है। पेड़ों की रक्षा कर पर्यावरण को संतुलित रखा जा सकता है। उक्त ब
मेदिनीनगर : वृक्ष हमारे सच्चे मित्र है। पेड़ों की रक्षा कर पर्यावरण को संतुलित रखा जा सकता है। उक्त बातें ग्रामीण समाज कल्याण विकास मंच डालटनगंज की प्रभारी सुश्री स्वर्णलता रंजन ने कही। वह चैनपुर उच्च विद्यालय में राष्ट्रीय पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम पर आयोजित कार्यशाला में बोल रही थीं। इसका आयोजन गुरूवार को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार, विरवा रांची व मंच के तत्वावधान में किया गया।
सुश्री स्वर्णलता ने छात्राओं से पौधरोपण को बढ़ावा देने में हाथ बंटाने का सुझाव दिया। प्रकृति ने हमे संवेदनशील बनाया लेकिन हम उसके प्रति असंवेदनशील हो गए। प्राकृतिक आपदा देकर पृथ्वी माँ हमे चेताती है, अब भी हम न चेते तो आने वाली पीढि़या कंधे पर आक्सीजन सिलेन्डर ढोएंगी। बच्चे नीम, पीपल, बरगद में अन्तर भूल जाएंगे। रसायनिक वर्षा के प्रदूषित जल से बचने के लिए हमें रक्षा कवच पहनना होगा।
मो. हशमत रब्बानी ने कहा कि वनों की कटाई से हम सभी पर्यावरण की चपेट में आते जा रहे हैं। शीघ्र ही हम नहीं चेते तो आने वाला कल काफी भयावह होगा। कार्यशाला की अध्यक्षता सत गुरू प्रतापहरि उच्च विद्यालय चैनपुर के प्राचार्य डा मोबीनउद्दीन कुरैशी ने की। कहा कि धरती को सुखी रखने के लिए पेड़ लगाना जरूरी है।
डॉ. कुरैशी ने पर्यावरण को स्वच्छ तथा धरती को हरा-भरा रखने के लिए लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया। उमेश राम, रामप्रवेश शर्मा एवं तनवीर अहमद ने पर्यावरण को स्वच्छ रखने में वृक्ष समेत अन्य जैव पदार्थो के महत्व पर प्रकाश डाला। छात्राओं को फलदार पौधे बांटे गए। प्राचार्य के हाथों से स्कूल परिसर के चारों ओर पौधे लगाए गए। शिक्षक रामप्रवेश शर्मा के निर्देशन में बच्चों में निबंध प्रतियोगिता कराया गया। प्रथम पुरस्कार मिथुन कुमार, द्वितीय पुरस्कार ज्योति कश्यप, तृतीय पुरसकार अक्षय कुमार तथा सांत्वना पुरस्कार निर्जला कुमारी को दिया गया।