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बोर्ड को पता नहीं, ईओ ने दे दिया 50 लाख का ठेका

मेदिनीनगर : नगर परिषद मेदिनीनगर के कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार भारती के खिलाफ एक सनसनीखेज खुलासा

By Edited By: Published: Wed, 29 Jul 2015 11:03 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2015 11:03 PM (IST)
बोर्ड को पता नहीं, ईओ ने दे दिया 50 लाख का ठेका

मेदिनीनगर : नगर परिषद मेदिनीनगर के कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार भारती के खिलाफ एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। भारती ने मेसर्स एसके इलेक्ट्रिकल्स के प्रति दरियादिली का परिचय देते हुए बिना बोर्ड को सूचित किए 50 लाख रूपए का ठेका दे दिया है। पत्रांक 732 व दिनांक 13 जून 2015 के माध्यम से उक्त कंपनी को कार्यादेश भी जारी कर दिया गई है। एकरारनामा के अनुसार 49 लाख 38 हजार 550 रुपये की लागत से शहर के विभिन्न स्थानों पर 100 अदद एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने का आदेश दिया गया है। इसमें स्थानीय स्टेशन रोड से बेलवाटिकर होते छहमुहान, छह मुहान से बस स्टैंड होते जेल हाता ओवरब्रिज व सदीक मंजिल चौक से कोयल ब्रिज तक क्षेत्र का नाम शामिल है। कंपनी के साथ कार्यपालक पदाधिकारी भारती ने सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट किया है। इधर, इस एकरारनामा से पूर्व नगर परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष तक को इसकी सूचना नहीं दी गई थी।

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पूर्व में लगी स्ट्रीट लाइट की स्थिति खराब

मेदिनीनगर : नगर परिषद प्रबंधन द्वारा पूर्व में स्थानीय कचहरी चौक, छह मुहान, अस्पताल चौक, साहित्य समाज व पुलिस लाइन होते दुर्गा गैरेज तक एक सौ एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं। इसमें करीब 50 लाख रूपए खर्च हुए थे। लाइट लगे छह माह भी पूरे नहीं हुए हैं और स्ट्रीट लाइट की स्थिति नाजुक होने लगी है। कई स्ट्रीट लाइट खराब होने के वजह से शहर का अधिकतर मुख्य मार्ग रात के अंधेरे में समाया रहता है। बता दें कि उसी कंपनी को पूर्व के संतोषजनक काम के आधार पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अरूण कुमार भारती ने मनमानी दिखाते हुए कार्यादेश दिया है।

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टेंडर हुआ नहीं, दे दिया लाखों का काम

मेदिनीनगर : वेपर लाइट सामग्री आपूर्ति के लिए नगर परिषद प्रबंधन द्वारा टेंडर कराए बिना एक कंपनी को काम सौंपने का भी मामला सामने आया है। स्थानीय बाइपास रोड स्थित मेसर्स एसके इलेक्ट्रिकल्स को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अरूण कुमार भारती ने पत्रांक 731 व दिनांक 13 जून 2015 के माध्यम से लाखों रूपए की लागत से वेपर लाइट सामग्री आपूर्ति करने कार्यादेश दे दिया है। जारी पत्र के अनुसार उक्त कंपनी को 31 जुलाई के भीतर नगर परिषद कार्यालय स्थित भंडार में आपूर्ति करने को कहा गया है। इसमें 250 वाट का चार सौ अदद चौक, 250 वाट का पांच सौ अदद बल्ब, 50 क्वायल तार, छह सौ अदद स्वीच, सात सौ अदद स्वीच बोर्ड, 60 अदद प्लास्टिक टे, दो सौ अदद टी-5 ट्यूब व 100 अदद टी-5 इलेक्ट्रॉनिक किट शामिल है।

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नगर परिषद मेदिनीनगर के कार्यपालक पदाधिकारी अरूण कुमार भारती मनमानी कर रहे हैं। अध्यक्ष या उपाध्यक्ष समेत बोर्ड को जानकारी दिए बिना नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने एक कंपनी को 50 लाख का ठेका दे दिया है। इसमें शहर के विभिन्न स्थानों पर एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाना शामिल है। इसके अलावा बिना टेंडर के वेपरलाइट सामग्री आपूर्ति का काम किसी एजेंसी को सौंपने की सूचना प्राप्त हुई है। सारे कार्यादेशों को निरस्त कराया जाएगा। निजी खाता से सरकारी राशि का दुरूपयोग करने का मामला सामने आता रहा है। मनमानी से आहत होकर ही नगर परिषद बोर्ड ने मंगलवार को कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया है।

परमेंदर कुमार, उपाध्यक्ष, नगर परिषद, मेदिनीनगर।


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