हादसे में युवक की मौत, सड़क जाम
विश्रामपुर, पलामू : विश्रामपुर-पाडू मुख्य पथ स्थित खूंटी सोत नदी के पास तेज रफ्तार में पाडू की ओर स
विश्रामपुर, पलामू : विश्रामपुर-पाडू मुख्य पथ स्थित खूंटी सोत नदी के पास तेज रफ्तार में पाडू की ओर से आ रही कमाडर जीप ने दो साइकिल सवार को धक्का मार दिया। इससे श्यामलाल चौधरी की मौत हो गई, जबकि जितेंद्र चौहान नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका इलाज विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पाडू थाना क्षेत्र के लेदुका गाव निवासी दोनों युवक रेहला स्थित एबीसीआइएल से अपनी ड्यूटी खत्म कर दोनों अलग-अलग साइकिल से घर लौट रहे थे। इसी बीच खूंटी सोत नदी के पास पाडू की ओर से विश्रामपुर की ओर तेज रफ्तार में जा रही कमाडर ने दोनों को जोरदार धक्का मार दिया। हादसे के बाद जीप चालक वह भाग गया। मौके पर स्थित लोगों ने इसकी सूचना विश्रामपुर थाना प्रभारी रामचंद्र मेहता को दी। सूचना पाकर वे घटना स्थल पर पहुंचे । इसके बाद दोनों घायलों को विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केद्र में ईलाज को भर्ती कराया। दोनों का प्राथमिक ईलाज किया गया। चिकित्सक ने श्यामलाल चौधरी को बेहतर इलाज के लिए मेदिनीनगर सदर अस्पताल रेफ र कर दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस के अभाव के कारण वह घटों विश्रामपुर अस्पताल में तड़पता रहा। स्थानीय लोगों की तत्परता व थाना प्रभारी की सहयोग से उसे मेदिनीनगर सदर अस्पताल में भेजा गया। जहा ईलाज के दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई।
श्यामलाल चौधरी के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया। इधर परिजन व ग्रामीण शव के साथ रेहला-पाडू मुख्य पथ को विश्रामपुर में दो घटे तक जाम रखा। साथ ही सभी प्रकार की लाभ देने सहित जर्जर विश्रामपुर-पाडू पथ को दूर करने की माग कर रहे थे। मौके पर पहुंचे विश्रामपुर थाना प्रभारी रामचंद्र मेहता ने सभी को समझाया। मृतक के परिजनों को सभी प्रकार का सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।
बचाई जा सकती थी श्यामलाल की जान
सड़क हादसे में मारे गए श्यामलाल चौधरी को अगर तत्काल बेहतर ईलाज मिलता तो उसकी जान बच सकती थी। प्राथमिक उपचार के बाद जब दोनों घायलों को बेहतर ईलाज के लिए मेदिनीनगर रेफ र कर दिया गया। बावजूद एंबुलेंस के लिए दो घटे तक विश्रामपुर में ही रुकना पड़ा। अस्पताल के एंबुलेंस का परिचालन एक एनजीओ कराता है। यह एंबुलेंस तत्काल अस्पताल को उपलब्ध नहीं था। युवा भाजपा नेता डॉ. ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने एबीसीआइएल से एंबुलेंस मंगाया तब जाकर घायलों को मेदिनीनगर भेजा जा सका।
एक सप्ताह बाद मृतक के बेटी की होनी थी शादी
सड़क हादसे में मारे गए श्यामलाल चौधरी की बेटी की शादी एक सप्ताह बाद होनी थी। इसके लिए 20 अप्रैल को तिलकोत्सव व 27 को विवाह होना था। बेटी की शादी के लिए श्यामलाल मजदूरी के अलावा ओवर टाईम डयूटी करता था। रेहला एबीसीआईएल फैक्ट्री से ओवर टाईम करके ही घर जा रहा था। दुल्हन के जोड़े में बेटी को देखने का सपना श्यामलाल के लिए सपना ही बनकर रह गया।
कभी भी अस्पताल में नही मिलता है एंबुलेंस
विश्रामपुर : अस्पताल को पलामू के सांसद ने एंबुलेंस उपलब्ध कराया है। इसकी देख रेख एक एनजीओं करता है। एंबुलेंस कभी भी समय पर लोगों के लिए उपलब्ध नहीं हो पाता है। विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एम्बुलेंस कभी भी अस्पताल में नही रहता है। एम्बुलेंस का चालक उसे लेकर अपने घर पाडू थाना क्षेत्र के बरवाही गाव में रहता है। अस्पताल से घटना की सूचना मिलने के बाद चालक एम्बुलेंस लेकर कभी आता है और कभी नही आता है।
डॉ. ओमप्रकाश सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, विश्रामपुर, पलामू।