किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करा ले सरकार
मेदिनीनगर : पांकी से कांग्रेस विधायक व झारखंड राज्य खनिज विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष विदेश सिंह ने
मेदिनीनगर : पांकी से कांग्रेस विधायक व झारखंड राज्य खनिज विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष विदेश सिंह ने निगम में 189 कर्मचारियों के नियमितीकरण के मामले में सीबीआइ या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। इसे लेकर सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की है। इस दौरान कहा कि व्यक्तिगत वैमनस्य को लेकर पूर्व एमडी अरूण कुमार सिंह लगातार साजिश रच रहे हैं। स्वतंत्र जांच के बाद दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा। विधायक शनिवार को अपने स्थानीय बेलवाटिका स्थित आवास पर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। बताया कि मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में विधायक ने जांच प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं कि एक राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त व्यक्ति के कार्यो की जांच द्वितीय वर्ग का अधिकारी कैसे कर सकता है। सबसे दिलचस्प बात है कि जांच दल में निगम से हटाए गए एक अधिकारी आरके पुरी भी शामिल किए गए हैं। जहां तक कर्मचारियों के नियमित करने की बात है तो यह निर्णय वर्ष 2012 में बोर्ड की 32 वीं बैठक में लिया गया था। इसकी अध्यक्षता भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एके सरकार ने की थी। बोर्ड की 37 वीं बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के एके सरकार, हिमानी पांडेय, जेबी तुबिद, सुनील कुमार वर्णवाल, राजबाला वर्मा, अलका तिवारी, विष्णु कुमार जैसे वरीय अधिकारी शामिल हुए थे। अब इस निर्णय को खनन व भूतत्व विभाग के निदेशक जेपी सिंह व अन्य कनीय अधिकारियों की टीम द्वारा जांच कराना बिल्कुल ही अशोभनीय है। सच्चाई यह है कि कर्मचारियों का नियमितीकरण 2012 में हुआ था। उनके अध्यक्ष रहते वेतन निर्धारित का प्रस्ताव पारित किया गया था। दरअसल पूर्व एमडी अरूण कुमार सिंह निगम को चारागाह की तरह इस्तेमाल कर रहे थे। माननीय उच्च न्यायालय के निगम ने स्वतंत्र प्रभार का एमडी देने का निर्देश दिया था। इसके बाद से श्री सिंह बदले की भावना से कार्य कर रही है। गत 11 फरवरी को उनके निगम से तबादले का अधिसूचना जारी किया गया था। लेकिन खुद को बचाने के लिए उन्होंने 13 फरवरी को बोर्ड की बैठक आहुत कर दी। विधायक श्री सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री दास ने उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है। एक प्रश्न के जवाब में श्री सिंह ने झारखंड में सक्रिय शिक्षा माफियाओं पर नकेल कसने की मांग की। कहा कि रांची के आक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल में फंडिंग की जांच होनी चाहिए। जहां तक उनके संपत्ति की बात है तो वे कभी भी किसी एजेंसी से जांच को तैयार है। मौके पर मिथिलेश सिंह, कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश अमन समेत कई कांग्रेस नेता उपस्थित थे।