अयोध्या की मौत पर सदर अस्पताल में हंगामा
मेदिनीनगर : जिले के पीपराटांड़ अंतर्गत लुकुआ निवासी 56 वर्षीय अयोध्या महतो की मौत पर रविवार की शाम स
मेदिनीनगर : जिले के पीपराटांड़ अंतर्गत लुकुआ निवासी 56 वर्षीय अयोध्या महतो की मौत पर रविवार की शाम सदर अस्पताल में हंगामा हो गया। हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि लेस्लीगंज थाना की पुलिस ने अयोध्या की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। इसके बाद परिजनों को सूचना करने के बजाय सदर अस्पताल में शव का अंत्यपरीक्षण करा दिया। अयोध्या के मौत की खबर सुनने के बाद अस्पताल पहुंचे भाजपा नेता मुकेश सिंह चंदेल ने कहा कि जनता का विश्वास पुलिस पर से पूरी तरह उठ गया है। अयोध्या हत्याकांड मामले में तत्काल लेस्लीगंज थाना प्रभारी को बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा अयोध्या के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। समाचार लिखे जाने तक अयोध्या महतो का शव सदर अस्पताल में पड़ा हुआ था। अयोध्या के परिजन के एक भी सदस्य अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
मौके पर रूद्र शुक्ला, योगेंद्र दुबे, राज कुमार सिंह, अनिल दुबे, चिंता दुबे, राजू दुबे, यमुना मेहता, राकेश दुबे आदि लोग उपस्थित थे। इधर, मामले की जानकारी मिलते शहर थाना प्रभारी ब्यास राम दल-बल के साथ अस्पताल पहुंचे।
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शंकर यादव अपहरण मामले में की गई थी पूछताछ
सीडीआर से निकला था अयोध्या का नंबर
मेदिनीनगर : जिले के पीपराटांड़ थाना निवासी अयोध्या महतो को गत तीन सितंबर को संदिग्ध अवस्था में गायब लेस्लीगंज निवासी शंकर यादव के बारे में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पुलिस ने शंकर यादव के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल्स रिकार्ड निकाला गया था। इसके अनुसार शंकर यादव व अयोध्या महतो से कई मर्तबा बात रिकार्ड की गई थी। इसी आधार पर अयोध्या को पूछताछ के लिए लेस्लीगंज थाना बुलाया गया था। इस दौरान रात हो गई। नक्सली क्षेत्र होने के कारण अयोध्या को रात में लेस्लीगंज थाना में रोक दिया गया। सुबह करीब चार बजे चौकीदार ने उसे हाजत के ग्रील से लटका देखा। एक प्रश्न के जवाब में डीएसपी बरवार ने पूछताछ के दौरान अयोध्या के साथ किसी भी तरह की प्रताड़ना से इनकार किया है।