अभियान में 2700 स्कूलों के 3.5 लाख बच्चों की हुई जांच
मेदिनीनगर : पलामू मेगा हाईटेक बुजुर्ग व बच्चों के कैटरेक्ट सर्जरी कैंप का समापन शनिवार को हुआ। इसे ल
मेदिनीनगर : पलामू मेगा हाईटेक बुजुर्ग व बच्चों के कैटरेक्ट सर्जरी कैंप का समापन शनिवार को हुआ। इसे लेकर स्थानीय गांधी स्मृति टाउन हाल में समापन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें जरूरतमंद पांच सौ बच्चों को चश्मा उपलब्ध कराया गया। गत दिन कश्यप मेमोरियल आई हास्पिटल की चैरिटेबल शाखा कश्यप मेमोरियल आई बैंक की ओर से कैंप लगाया गया था। इसमें पलामू जिले के 2 हजार 700 स्कूलों के करीब 3.5 लाख बच्चों की जांच हुई थी। इसमें एक हजार 700 बच्चों में चश्में की जरूरत व आंखों की बीमारियां पाई गई थी। बताया गया कि कैंप के तहत 17 बच्चों के 33 आंखों के मोतियाबिंद की आपरेशन किया गया था। कैंप में चिंहित किए गए सभी बच्चों को शनिवार को समापन के अवसर पर कश्यप मेमोरियल आई बैंक ने चश्मा उपलब्ध कराया। बताया गया कि आई कैंप में बुजुर्गो व बच्चों में लगने वाले इंटर आक्युलर लेंस का खर्च का जिम्मा भारतीय स्टेट बैंक ने उठाया था। कार्यक्रम का नेतृत्व रांची स्थित कश्यप मेमोरियल आई हास्पीटल की निदेशक डा. भारती कश्यप ने किया। मौके पर पलामू के सिविल सर्जन डा विजय कुमार सिंह, डीइओ रतन कुमार महावर, डीएसई राम प्रसाद मंडल, एसीएमओ डा एससी झा, एसबीआई के संतोष कुमार सिंह, डा राजेश समेत अमोद सिन्हा, संतोष कुमार, विरेंद्र कुमार, सुनील कुमार, श्याम किशोर सिंह, राजीव चौबे, ओंकार पाठक, हिमांश समेत बड़ी संख्या में बच्चे व शिक्षक मौजूद थे।
नौनिहालों की जिंदगी रौशन करना है काम : डा. भारती
मेदिनीनगर : कश्यप मेमोरियल आई बैंक ने पलामू के सुदूर गांव-जंगल में गरीबों के चौखट पर जाकर उनकी आंखों की जांच की है। इससे गांव-घर के नौनिहालों की जिंदगी रौशन हुई है। उक्त बातें कश्यप मेमोरियल आई हास्पीटल की निदेशक डा. भारती कश्यप ने कही। वे शनिवार का टाउन हाल में आयोजित मेगा आई कैंप के समापन समारोह में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि कैंप में सहभागी के रूप में स्टेट बैंक आफ इंडिया, शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन समेत स्वास्थ्य विभाग ने दायित्व निभाई है। कहा कि पलामू के 20 प्रखंडों में स्थित 2700 स्कूलों में पढ़ने वाले साढे तीन लाख बच्चों की जाच 20 नवंबर से 14 दिसंबर 2013 तक की गई थी। इसमें सर्व शिक्षा अभियान से जुड़े सात हजार पारा शिक्षकों की टीम ने भी काम किया। बताया कि हास्पिटल की टीम ने 17 सौ बच्चों की अत्याधुनिक मशीनों से 12 जनवरी को मेदिनीनगर में जांच की थी। इन्हें जरूरत के हिसाब से चश्मे दिए गए। बताया कि जिन बच्चों को मोतियाबिंद के आपरेशन की जरूरत थी उनका कश्यप मेमोरियल आई हास्पिटल में अत्याधुनिक फेको पद्धति से आपरेशन किया गया है।