एटक के सम्मेलन में उठेगी मजदूर हित की आवाज
मेदिनीनगर : केंद्र सरकार विनिवेश के नाम पर सरकारी परिसंपत्तियों को बेचने जा रही है। वहीं बीमा, रेलवे, रक्षा व अन्य क्षेत्रों में सीधे विदेशी पूंजी निवेश का रास्ता खोलना देश की संप्रभुता को न सिर्फ खतरा पहुंचाया जा रहा है बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र के लाखों मजदूरों की रोजी रोटी छिनने की कोशिश की जा रही है। उक्त बातें एटक के राज्य सचिव राजीव कुमार व ट्रेड यूनियन समन्वय समिति के संयोजक कुमार शैलेंद्र ने कही।
दोनों शनिवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत के लाखों श्रमिकों के लिए सुखद संकेत है कि इस लड़ाई के लिए सभी मान्यता प्राप्त यूनियनें एक प्लेटफार्म पर खड़ी हैं। एटक भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने को व्याकुल है। आगामी 23 व 24 सितंबर को आयोजित एटक के जिला सम्मेलन में देश में एक बड़े क्रांति की तहरीर लिखी जाएगी। यहां से उठा मजदूर हित की आवाज संसद से सड़क तक पहुंचाया जाएगा। इसमें देश की प्रख्यात मजदूर नेत्री व एटक की राष्ट्रीय सचिव व प्रखर वक्ता अमरजी कौर अपने ओजस्वी संबोधन से मजदूरों में जोश भरने का काम करेंगी।
मौके पर स्वागत समिति के अध्यक्ष दिलीप प्रसाद, महासचिव वरूण कुमार सिन्हा, कोषाध्यक्ष नवीन शरण, जमालुद्दीन अंसारी, अजय तिवारी, जान भेंगरा, बच्चू मिस्त्री समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे।