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मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति : कुश

By Edited By: Published: Tue, 15 Apr 2014 10:19 PM (IST)Updated: Tue, 15 Apr 2014 10:19 PM (IST)
मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति : कुश

हैदरनगर, पलामू : चैत पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्थानीय श्रीराम जानकी मंदिर परिसर में प्रागण में मंगलवार को सत्संग का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य रूप से विहंगमयोग संत समाज के आश्रम प्रतिनिधि कुश कुमार व उपदेष्ठा रामाशीष सिंह शामिल थे। कार्यक्रम में कुश कुमार ने कहा कि मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति है। जो कली काल में विहंगमयोग के तत्वदर्शी ज्ञान से ही संभव है। उपदेष्टा रामशीष सिंह ने कहा कि विहंगमयोग का संपूर्ण ज्ञान स्वर्वेद महासंदग्रथ के अंदर है। विहंगम योग इससे संपूर्ण विश्व के मनुष्यों को मुक्ति दिलाने का कार्य कर रही है। कार्यक्रम में मुंद्रिका प्रसाद, नंदलाल तिवारी, सुचित कुमार, सीताराम मेहता, श्यामा पाटो, महेश्वर यादव, नागवंती देवी, प्रेमशीला जायसवाल, संगीता जायसवाल, सीता देवी समेत काफी संख्या में गुरू भाई बहन शामिल थे। कार्यक्रम के पूर्व सुलोचनी देवी के आवास पर आश्रम के विद्यार्थियों ने विश्वशाति वैदिक महायज्ञ कार्य संपन्न कराया।


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