झारखंड में लागू होगा दीदी कैफे मॉडल, इनको मिलेगा स्वरोजगार
संतोषी कैटरिंग समूह की ओर से जिले के समाहरणालय परिसर में 18 जनवरी 2017 को दीदी कैफे की शुरुआत की गई।
पाकुड़, जागरण संवाददाता। महिला स्वयं सहायता समूह को बढ़ावा देने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने पाकुड़ के दीदी कैफे मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने जिले के सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि पाकुड़ समाहरणालय में खुले दीदी कैफे की तरह राज्य के सभी समाहरणालय व प्रखंडों में महिला स्वयं सहायता समूह के सहयोग से कैंटीन खोला जाए।
क्या है दीदी कैफे मॉडल
लिट्टीपाड़ा प्रखंड के करियोडीह के संतोषी कैटरिंग समूह की ओर से जिले के समाहरणालय परिसर में 18 जनवरी 2017 को दीदी कैफे की शुरुआत की गई। उद्घाटन उपायुक्त ए मुथु कुमार व डीडीसी अजित शंकर ने किया था। शुरुआती दौर से ही इस कैंटीन ने लाभ कमाना शुरू कर दिया। फरवरी माह में इस कैंटीन से महिलाओं ने 62 हजार 503, मार्च में 71 हजार 206 और अप्रैल में 68 हजार 630 रुपये का राजस्व प्राप्त किया। पाकुड़ में इस कैंटीन के खुलने से ग्रुप की पांच महिलाओं को सीधे तौर पर स्वरोजगार मिला। कैंटीन की संचालिका पुतुल दीदी ने आने वाले दिनों में इस कैंटीन से 50 महिलाओं को स्वरोजगार देने की योजना बनाई है।
लिट्टीपाड़ा में भी खुला दीदी कैफे
पाकुड़ समाहरणालय के बाद 20 अप्रैल को बीस सूत्री प्रभारी मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने लिट्टीपाड़ा प्रखंड में दीदी कैफे की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा था कि महिलाओं को स्वरोजगार दिलाने में दीदी कैफे काफी मददगार साबित होगा।
पाकुड़ समाहरणालय स्थित दीदी कैफे में काम करने वाली स्वयंसहायता समूह की महिलाएं।पाकुड़ के मॉडल को राज्य के लिए अपनाया गया है यह गर्व की बात है। समाहरणालय के दीदी कैफे की तरह जिले के सभी प्रखंडों में इसकी शुरुआत की जाएगी।
-ए मुथु कुमार, उपायुक्त, पाकुड़
क्या-क्या मिलता है दीदी कैफे में
शाकाहारी खाना:
रोटी भात-दाल, अन्य मौसमी हरी सब्जी।
खाना-40 रुपये में भरपेट
मांसाहारी
चिकन, मटन और मछली
मछली : 20 रुपये पीस
चिकन : 40 रुपये दो पीस
मटन : 40 रुपये में दो पीस, चार पीस के लिए 80 रुपये चुकाने होंगे।
नाश्ता
वेजिटेबल चॉप, पनीर पकौड़ा, नमकीन, चाय, कॉफी।
20 रुपये प्लेट : पनीर पकौड़ा
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