राष्ट्रीय स्तर पर है झारखंड के सिल्क की पहचान
झुमरीतिलैया (कोडरमा): झारखंड खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के झुमरीतिलैया के तिलैया थाना के सामने एवं स्टेश
झुमरीतिलैया (कोडरमा): झारखंड खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के झुमरीतिलैया के तिलैया थाना के सामने एवं स्टेशन रोड का शोरूम शनिवार से कैशलेस कर दिया गया है। अब ग्राहक कार्ड के जरिए यहां बिकने वाले सामानों की खरीदारी कर सकेंगे। इसका शुभारंभ खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झुमरीतिलैया के शोरूम में आज से ही तसर सिल्क की साड़ियां एवं पीतल के ज्वेलरी की बिक्री भी शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि ज्वेलरी राजस्थान के जयपुर एवं दिल्ली के जनपथ पर 500 से 800 रुपये में बिकती है इसे झारखंड में 170 रुपये में बेचा जा रहा है ताकि महिला व युवती इसका उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि झारखंड में निर्मित तसर की साड़ियां राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। बैंगलोर में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन, गुजरात, सूर्यकुंड मेला में भी उक्त साड़ियां काफी संख्या में बिकी। जबकि झारखंड में रांची में गत सप्ताह आयोजित मोमेंटम कार्यक्रम में दो दिनों में सवा तीन लाख रुपये की साड़ियों की बिक्री हुई। वर्तमान में पूरे प्रदेश में 20 प्रतिशत छूट पर इसे बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 15 आउटलेट शोरूम झारखंड में कार्य कर रहे हैं। इसमें बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, विधानसभा भी शामिल है। आने वाले वर्षों में सभी जिलों में आउटलेट शोरूम खोलने की योजना है।
13 अप्रैल को दिल्ली में खुलेगा शोरूम:::
झुमरीतिलैया: झारखंड खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रशिक्षण केंद्र में बनाए जा रहे खादी के कपड़े व अन्य सामग्रियों की बिक्री दिल्ली के लिए कनाट प्लेस में 13 अप्रैल को शोरूम का उद्घाटन किया जाएगा। उक्त बातें खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए 1600 स्क्वायर फीट की जगह पर कार्य चल रहा है और ये सबसे बड़ा शोरूम होगा।
तिलैया में कुर्ती, बंडी बनाने का दिया जाएगा प्रशिक्षण
झुमरीतिलैया: खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने कहा कि झुमरीतिलैया के खादी ग्रामोद्योग बोर्ड में बने हॉल में कुर्ती, बंडी समेत अन्य कपड़े बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां बनने वाले कपड़ों की बिक्री भी शुरू होगी। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन हॉल को हैंडओवर करेगा उतनी जल्दी यहां कार्य शुरू हो जाएगा। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कई कारगर कदम उठा रहा है। प्रशिक्षण और उत्पादन शुरू होने से रोजगार भी बढ़ेगा।