55 हजार किसानों का होगा फसल बीमा
कोडरमा: प्राकृतिक कारणों से फसलों में होने वाली क्षति को लेकर फसल बीमा पर जोर दिया जा रहा है। इस वर्
कोडरमा: प्राकृतिक कारणों से फसलों में होने वाली क्षति को लेकर फसल बीमा पर जोर दिया जा रहा है। इस वर्ष 55 हजार किसानों के फसल बीमा का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य खरीफ आच्छादन के पूर्व पूरा हो इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इधर, लक्ष्य पूरा करने को लेकर प्रखंडों के अधिकारियों को सक्रिय किया जा रहा है। बुधवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा को लेकर आयोजित कार्यशाला में बीमा से किसानों को होने वाले फायदे के संबंध में बताया गया।
इस मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित डीसी संजीव कुमार बेसरा ने कहा कि फसल बीमा किसानों के लिए फायदेमंद है। प्राकृतिक कारणों से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई बीमा से संभव हो सकेगी। लिहाजा किसानों को नुकसान से बचाने के लिए फसल बीमा अतिआवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों-कर्मियों को सभी गांव-पंचायत में लक्ष्य के अनुरूप किसानों का बीमा करने का निर्देश दिया।
वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ललितेश्वर प्रसाद ने कहा कि 31 जुलाई तक किसानों को बीमा करने का समय दिया गया है। बीमा के माध्यम से किसान अल्पवृष्टि, अत्यधिक वृष्टि, चक्रवात आदि कई कारणों से फसलों को होने वाले नुकसान का लाभ मिल जाएगा। सरकार द्वारा धान व मकई का बीमा करवाया जा रहा है।
इस मौके पर सहकारिता पदाधिकारी चंद्रजीत खलको, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुरेंद्र ¨सह, मत्स्य पदाधिकारी दीपंकर सीट, नाबार्ड के डीडीएम हरिदत्त पोद्दार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी शिवपूजन राम, शाखा प्रबंधक संजय कुमार, बीएलओ शंकर प्रसाद, सुरेंद्र कुमार, मिथलेश कुमार, खालिद हुसैन, तपन कुमार मजूमदार, मोतीलाल पाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन बीसीओ युगल किशोर प्रसाद ने किया।
::::::बीमित राशि के 2 फीसद रकम में होगा फसलों का बीमा:::::::
कोडरमा: किसानों को फसल बीमा में काफी छुट दी जा रही है। प्रति हेक्टेयर भूमि के लिए बीमित राशि का मात्र दो फीसदी राशि की दर से फसलों का बीमा करवाया जा रहा है। कोडरमा में अगहनी धान के लिए प्रतिहेक्टेयर बीमित राशि 53821 रुपया है, जिसकी दो फीसद राशि 1076 रुपया किसानों को प्रीमियम के रूप में देना होगा। जबकि भदई मकई का बीमित राशि प्रति हेक्टेयर 43852 रूपया है, जिसके लिए किसानों को 877 रुपये प्रीमियम पर बीमा किया जाएगा। द ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड द्वारा किसानों का फसल बीमा करवाया जा रहा है। जबकि किसानों को संबंधित भूमि का पूरा डाटा आवेदन के माध्यम से देना होगा।
::::बुआई नहीं होने पर भी मिलेगा लाभ:::::
कोडरमा: बीमा के बाद किसानों को कई तरह के लाभ मिलेगा। इसके तहत बुआई-रोपाई के उद्देश्य से खर्च उठाने के बाद विपरित मौसम अवस्थाओं के कारण बुआई-रोपाई से वंचित रहने की दशा में, बीमित राशि से अधिकतम 25 प्रतिशत तक की क्षतिपूर्ति किसानों को मिल सकेगा। यह शर्त सिर्फ धान के लिए है।
वहीं प्राकृतिक आपदा के कारण उपज में हुए नुकसान, स्थानीय आपदाएं जैसे भूस्खलन, जलजमाव के कारण हुए नुकसान, फसल कटाई के 14 दिनों की अवधि में चक्रवात, बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति बीमा के माध्यम से हो सकेगा।