पेंशन व जनधन खातों पर है प्रशासन की नजर
कोडरमा : काला धन को सफेद करने के लिए जनधन खातों के हो रहे उपयोग की आशंका को लेकर कोडरमा प्रशासन शुरू
कोडरमा : काला धन को सफेद करने के लिए जनधन खातों के हो रहे उपयोग की आशंका को लेकर कोडरमा प्रशासन शुरू से ही सतर्क है। जिले के एसपी क्रांति कुमार के स्तर से नोटबंदी के कुछ दिनों बाद ही सभी पुलिस अधिकारियों खास सुदूरवर्ती क्षेत्र के थानों के प्रभारियों को निर्देश दिया था कि बैंक अधिकारियों से मिलकर इस बात पर नजर रखें कि जनधन व पेंशन खातों में अपराधियों या उग्रवादियों की बड़ी रकम जमा तो नहीं हो रही है। इस संबंध में बात करने पर एसपी ने कहा कि जिले में ऐसी संभावना बहुत ज्यादा नहीं है। फिर भी इसका ब्योरा प्राप्त होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
इधर, जिला प्रशासन को डोमचांच व मरकच्चो इलाके में इस तरह के खातों पर काला धन रखे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसे खातों में अचानक अप्रत्याशित धन आने के मामलों की जांच हो सकती है। इस संबंध में डीसी संजीव कुमार बेसरा ने जागरण से बातचीत में कहा कि हर ऐसे मामलों पर नजर रखी जा रही है। चतरा जैसा यहां हाल नहीं है। बावजूद नकदी की किल्लत दूर होने के बाद ऐसे मामलों की समीक्षा की जाएगी। अग्रणी बैंक प्रबंधक सुधीर शर्मा ने बताया कि सभी बैंक शाखाओं से जनधन व पेंशन जैसे खातों की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे खातों में बड़ी धनराशि जमा करने को लेकर पूर्व में बैंक शाखाओं को शुरुआत में ही हिदायत दी गई थी। इसलिए ऐसे मामले की संभावना जिला में नहीं है। बावजूद सभी शाखाओं से जनधन व पेंशन खातों की रिपोर्ट आने के बाद समीक्षा की जाएगी। यदि ऐसे खातों में अप्रत्याशित धनराशि पाए गए तो खाताधारकों से पूछताछ की जाएगी।
दुकानदार हैं परेशान, नहीं मिल रही स्वाइप मशीन
कोडरमा: नकदी संकट से निपटने के लिए डिजिटल पेमेंट का प्रयास शुरुआती दौर में बहुत कारगर नहीं हो पा रहा है। उपायुक्त स्तर से पिछले दिनों बैठक कर बड़े दुकानदानों को स्वाइप मशीन लगाने का निर्देश दिया गया है। इधर, झुमरीतिलैया शहर के कई दुकानदारों ने स्वाइप मशीन के लिए आवेदन तो किया है, लेकिन मशीन भी नहीं लग पा रही है। कुछ दुकानदार पेटीएम एप की मदद से ई-पेमेंट का प्रयास तो कर रहे हैं, लेकिन नियमित रूप से यह एप भी काम नहीं आ पा रहा है। कपड़ा दुकान संचालक सुबोध जैन के अनुसार पिछले दो दिनों से पेटीएम काम नहीं करने से समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि एक माह पूर्व ही स्वाइप मशीन के लिए वे आवेदन किए हैं, लेकिन मशीन भी नहीं मिल रही है। ऐसे में प्रयास के बाद भी ई-पेमेंट संभव नही हो पा रहा है। वहीं दीपक शू हाउस के संचालक स्वाइप मशीन रखे तो हैं, लेकिन सभी बैंकों का एटीएम या डेबिट कार्ड काम नही कर रहा है। खास तौर पर एसबीआई के कार्ड से भुगतान नहीं हो पा रहा है। इधर नोटबंदी के बाद जिले के विभिन्न बैंकों में स्वाइप मशीन के लिए 160 आवेदन आए हैं। अब तक विभिन्न बैंकों का करीब 100 स्वाइप मशीन विभिन्न दुकानों में कार्यरत है।
एटीएम में अब भी लग रही लंबी कतार
नोटबंदी के चार सप्ताह होने को हैं, लेकिन अभी जिले के एटीएम दुरुस्त नहीं हो पाए हैं। बैंकों में तो भीड़ कम हो गई है, लेकिन एटीएमों में अभी भी लंबी कतार लग रही है। जिले में लगभग 82 एटीमए झुमरीतिलैया शहर व विभिन्न प्रखंडों में लगे हैं। इनमें से दस-बारह फीसद ही चालू स्थिति में हैं। यहां ग्राहकों की हमेशा लंबी कतार लगी रहती है। अधिकतर एटीएम अभी तक चालू नहीं हो पाए हैं। झुमरीतिलैया शहर में एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम ही चालू हालत में रहते हैं। बताया जाता है कि नकदी की समस्या व तकनीकी कारणों से एटीएम को चालू नहीं किया जा रहा है।