अनावृष्टि से खेती को लेकर ¨चतित हैं किसान
29 जून तक जिले में हुई 100 मिमी बारिश कोडरमा: जून माह समाप्त हो गया, लेकिन जिले में अभीतक मॉनसून क
29 जून तक जिले में हुई 100 मिमी बारिश
कोडरमा: जून माह समाप्त हो गया, लेकिन जिले में अभीतक मॉनसून की धमाकेदार इंट्री नहीं हुई है। दो-चार दिन छिटपुट वर्षा के बाद पिछले एक सप्ताह से धूप में आयी तेजी एकबार फिर से जेठ का एहसास करा रहा है। इससे किसान धान की खेती को लेकर काफी ¨चतित हैं। पहली बारिश के बाद किसान धान का बीज लगाए थे, लेकिन अब खेतों में दरार पड़ने लगी है। वैसे पिछले आठ वर्षों में जून माह की बारिश पर गौर करें तो दो वर्ष छोड़ शेष छह वर्षों में औसत से कम वर्षा हुई है। जिले में जून माह की औसत वर्षा 165 मिमी है। लेकिन इस वर्ष 29 जून तक 100 मिमी ही वर्षा हुई है। इससे पहले वर्ष 2015 में 135 मिमी, 2014 में 99.09 मिमी, 2013 में 102.08 मिमी, 2012 में 125 मिमी, 2011 में 238.09 मिमी, 2009 में 76.10 मिमी, 2010 में 102 मिमी, वर्ष 2008 में 274.2 मिमी वर्षा हुई थी।
क्या कहते हैं किसान::
काफी खर्च कर 270 रुपये प्रति किलो की दर 30 किलो लेवा धान बीज लगाये हैं जो अनावृष्टि के कारण सूखने के कगार पर है। एक-दो दिन में बारिश नहीं हुई तो खेतों में दरारें पड़ ही गई है बीज मरने के कगार पर पहुंच जाएगी।
किसान रामचंद्र राणा, तेलोडीह, मरकच्चो।
हाईब्रिड 50 किलो धान बीज 230 प्रति किलो की दर से लेबा बिहन लगाए हैं। अनावृष्टि के कारण खेतों में दरार पड़ गई है जिससे बीज मरने की स्थिति में पहुंच गई है। कर्ज लेकर धान बीज लगाया था।
किसान मो. मकसूद, ग्राम बेला, मरकच्चो।
100 किलो हाईब्रिड धान बीज आद्रा नक्षत्र के बारिश के पहले मिरबिसरा नक्षत्र में धुरिया बिहन लगाये हैं जिसकी स्थिति अभी बहुत अच्छी है, लेकिन अगर दस दिन बारिश नहीं हुई तो वो बीज मर सकती है।
किसान सुनील राणा, दसारो, मरकच्चो।
110 किलो हाईब्रिज धान बीज 230 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदकर लेवा बिहन लगाये हैं। इसकी स्थिति पानी नहीं पड़ने के कारण ठीक नहीं है। खेतों में दरारें पड़ रही है। खेतों में पानी डालने का कोई साधन नहीं है।
किसान विनोद यादव, बेला, मरकच्चो।