मुद्रा योजना में जिले का लक्ष्य शत प्रतिशत
झुमरीतिलैया: पीएम के सपनों का साकार करते हुए जिले के बैंकों ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लक्ष्य
झुमरीतिलैया: पीएम के सपनों का साकार करते हुए जिले के बैंकों ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लक्ष्य से पांच प्रतिशत अधिक उपलब्धि हासिल की है। गत 2 अक्टूबर को शिशु किशोर एवं तरूण मुद्रा योजना के लाभुकों को मुद्रा कार्ड दिया जाना था, लेकिन दुमका में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के कारण जिले के प्रभारी मंत्री रणधीर ¨सह का कार्यक्रम रद हो गया। अब 11 अक्टूबर को मुख्यमंत्री रघुवर दास से कार्यक्रम लेने का प्रयास जिला प्रशासन कर रहा है। मालूम हो कि योजना के तहत जिले में 1375 लाभुकों को योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित था। लक्ष्य के विरुद्ध बैंकों ने 1463 लाभुकों को जोड़ चुके हैं। इन्हें 73.15 करोड़ का ऋण मिलेगा। जिले के लिए यह एक उपलब्धि है। एलडीएम सुधीर शर्मा ने बताया कि बैंक ऑफ इंडिया ने 457, एसबीआई ने 326, एचडीएफसी ने 177 लाभुकों को ऋण निर्गत किया। वहीं एक्सिस बैंक ने एक भी लाभुकों को योजना के तहत ऋण नहीं दिया। जबकि आईसीआईसीई बैंक ने मात्र 1 व इंडसइंड बैंक ने पांच लाभुकों को योजना के तहत ऋण दिया। एलडीएम ने बताया कि योजना के तहत विभिन्न बैंकों ने 789 आवेदन स्वीकृत किए, जबकि विभिन्न प्रखंडों से 677 फार्म आए थे। इनमें 157 आवेदन रिजेक्ट किए। वहीं स्वंय सहायता महिला समूहों को 42 लाख और आजीविका मिशन में 15 लाभुकों को 10 लाख के ऋण की स्वीकृति दी गई है।
क्या कहते हैं डीसी
जो बैंक योजना के तहत ऋण स्वीकृत करने में दिलचस्पी नहीं लिये, उनके खिलाफ वित्त विभाग को लिखने की तैयारी चल रही है। वैसे जिले के अधिकतर बैंकों ने इसमें अच्छी उपलब्धि हासिल की है। हमारी अपील है कि ऋण लेनेवाले अच्छे से व्यवसाय कर बैंक को समय पर ऋण की वापसी करें।
छवि रंजन, डीसी कोडरमा।
क्या कहते हैं लाभुकझुमरीतिलैया सामंतो काली मंदिर के सामने सैलून चलानेवाले राजू शर्मा ने कहा कि मैं पीएमईजीपी योजना के तहत ऋण लेने के लिए काफी दौड़ धूप की, लेकिन अंतत: ऋण स्वीकृत नहीं हुआ। मुद्रा योजना के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में आवेदन किया और दो दिनों के भीतर ऋण स्वीकृत होकर खाते में 50000 का मैसेज मोबाइल में आ गया। योजना से मैं बहुत खुश हूं। अब लगता है कि मेरे अच्छे दिन आ गए।