गए थे लाश लेकर, लौटे लाश बनकर
चंदवारा: रात्रि का तीसरा पहर शुरू होते ही अचानक सन्नाटे को चीरकर आती परिजनों की चीत्कार ने लोगों
चंदवारा: रात्रि का तीसरा पहर शुरू होते ही अचानक सन्नाटे को चीरकर आती परिजनों की चीत्कार ने लोगों को झकझोर दिया। पशु-पक्षियों के कोलाहल से जगनेवाला तिलैया डैम के समीप स्थित ग्राम कांटी शुक्रवार को महिलाओं व बच्चों के करुण चीत्कार से जाग गया था। अपनी मां की लाश को लेकर दाह संस्कार के लिए काशी (वाराणसी) गए दो-दो बेटे लाश बनकर गांव पहुंचे थे। गांव का मध्यमवर्गीय मेहनतकश प्रकाश मोदी और विजय मोदी के सुखी-संपन्न परिवार में अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसके दो-दो भाईयों राजू मोदी (50), मुकेश मोदी (40) के अलावा बहनोई शिवशंकर मोदी की मौत गुरुवार को तड़के वाराणसी से उनकी मां जीवनी देवी का दाहसंस्कार के बाद लौटने के क्रम में एक भीषण सड़क दुर्घटना में हो गई थी। इससे एक ही दिन परिवार के तीन महिलाओं के सिर से उनके पति और करीब आधा दर्जन बच्चों के ऊपर से पिता का साया उठ गया। सुबह होते-होते सैकड़ों की भीड़ मोदी परिवार के आवास पर जुट गई थी। घर के मातमी माहौल को देख आसपास के लोग भी अपने आंखों से बहते आंसू को रोक नहीं पा रहे थे। ढांढस दिलाने की तो स्थिति किसी की नहीं थी। शून्य में निहारती मुकेश की पत्नी पिंकी देवी की आंखें बता रही थी को वह अपना होशों-हवास पूरी तरह खो चुकी थी। धीरे-धीरे जब स्थिति कुछ सामान्य हुई तो लोग सुबह करीब नौ बजे दोनों शवों को स्थानीय मुक्तिधाम में ले गए और दोनों का दाह संस्कार कर दिया। राजू मोदी को मुखाग्नि उनके पुत्र नंदू कुमार और मुकेश को उनके पुत्र प्रियांशु ने दी। यहां का माहौल भी काफी गमगीन था। इससे पूर्व दोनों के बहनोई शिवशंकर का शव उनके पैतृक गांव मरकच्चो भेज दिया गया था। वहीं घटना में गंभीर रूप से घायल राजू मोदी की पत्नी गीता देवी का इलाज वाराणसी के पॉपुलर अस्पताल में चल रहा है।
उखड़ा में कपड़ा व्यवसायी थे राजू मोदी
चंदवारा: मृतक राजू मोदी वर्षो पूर्व उखड़ा (पश्चिम बंगाल) में जाकर बस गए थे। यहीं वे कपड़े का कारोबार करते थे। इसमें उनके बड़े पुत्र गणेश मोदी हाथ बंटाते हैं। वहीं छोटा पुत्र नंदू कुमार पढ़ाई कर रहा है। गणेश की शादी 5 मई को तय थी। लेकिन इससे पहले ही परिवार में ऐसी बड़ी दुखद घटना हो गई। वहीं मुकेश मोदी का तिलैया डैम में हार्डवेयर का दुकान है। उसके दो पुत्र प्रियांशु और दिव्यांशु है। प्रियांशु का चयन इस वर्ष सैनिक स्कूल तिलैया में हुआ है। दोनों मृतकों राजू और मुकेश के पिता महावीर मोदी की मृत्यु 13 वर्ष पहले ही हो चुकी थी। जबकि माता जीवनी का देवी की मौत गत बुधवार को हुई थी।