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अपराधी से पहले उसके ठिकाने पर पहुंची दिल्ली पुलिस

कोडरमा: सामान्य परिवार के एक बच्चे के अपहरण के मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस की एक टीम

By Edited By: Published: Mon, 02 Mar 2015 10:39 PM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2015 10:39 PM (IST)
अपराधी से पहले उसके ठिकाने पर पहुंची दिल्ली पुलिस

कोडरमा: सामान्य परिवार के एक बच्चे के अपहरण के मामले को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली पुलिस की एक टीम अपहर्ता के ठिकाने पर उसके पहुंचने से पहले ही पहुंच गई और स्थानीय पुलिस के सहयोग से अपहृत बच्चे को बरामद करते हुए अपहर्ता को दबोच लिया। इससे दिल्ली पुलिस की अपराध के प्रति संवेदनशीलता का पता चलता है।

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नई दिल्ली के संगम विहार थाना क्षेत्र के जी ब्लॉक इलाके में रहनेवाले पेशे से ड्राइवर अशोक राम के आठ वर्षीय पुत्र नीरज कुमार उर्फ नीतिन को उसके ही एक परिचित मनोहर राम ने गत 28 फरवरी की दोपहर झांसा देकर अगवा कर लिया था। वहां से बच्चे को लेकर आगरा होते हुए रात में कानपुर पहुंचा। कानपुर से मनोज ने मोबाइल से बच्चे के पिता को फोन कर उसके अगवा करने की बात कही और फिरौती के रूप में दस लाख रुपये की मांग की। परिजनों द्वारा संगम विहार थाना की पुलिस को इसकी सूचना दिए जाने के बाद पुलिस ने थाना में कांड 116/15 भादवि की धारा 364ए के तहत दर्ज कर फौरी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस अपहर्ता के मोबाइल की ट्रैकिंग करते हुए उसके छिपने के संभावित ठिकाने का अंदाजा लगा लिया। अपहर्ता मनोज चूंकि झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत घोड़थम्बा क्षेत्र का रहने वाला है और उसके मोबाइल ट्रैकिंग से पुलिस को इसका अंदाजा लग गया कि वह किसी ट्रेन में बैठकर झारखंड की ओर जा रहा है। इस बीच बच्चे के पिता से अपहर्ता की बातचीत जारी थी और दिल्ली पुलिस की जानकारी में अपहृत को जाल में फंसाने के लिए फिरौती का सौदा पांच लाख में तय भी हो गया। इसके लिए जगह कोडरमा स्टेशन निर्धारित हुआ।

इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के संगम विहार थाना के एसआइ अमित कुमार और हेड कांस्टेबल दीपक नेगी फ्लाइट से रांची और वहां से 1 मार्च की शाम ही कोडरमा पहुंच चुके थे।

लगभग इसी समय नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस भी कोडरमा पहुंची, जिसमें अपहर्ता मनोज बच्चे को लेकर कोडरमा पहुंचा। बताया जाता है कि कोडरमा पहुंचने के बाद कुछ तकनीकी कारणों से अपहर्ता का टॉवर लोकेशन कुछ देर के लिए नहीं मिल रहा था। जिसके कारण पुलिस स्टेशन में उतरने के बाद उसे दबोच नहीं पाई। इस बीच बच्चे को लेकर अपहर्ता मनोहर राम रातभर स्टेशन परिसर स्थित पानी टंकी के समीप छिपा रहा और उसके पिता के फिरौती की रकम लेकर पहुंचने का इंतजार करता रहा। दूसरी ओर कोडरमा पहुंच चुकी दिल्ली पुलिस और झुमरीतिलैया पुलिस के अधिकारी और पैंथर के जवान रातभर अपहर्ता को उसके मोबाइल टॉवर लोकेशन के आधार पर कोडरमा स्टेशन और इसके आसपास के इलाके में खोजती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंत में अहले सुबह पुलिस ने कोडरमा पश्चिमी आउटर सिलग्न के पास अपहर्ता मनोहर राम को बच्चे के साथ बैठा देखा और उसे दबोच लिया। पूछताछ में अपहर्ता मनोहर राम ने पुलिस को पूरी बात बताई। मनोहर राम दिल्ली में ही एक कपड़े के दुकान में काम करता है। सोमवार को दिल्ली पुलिस ने बरामद बच्चे के साथ अपहर्ता मनोहर राम को कोडरमा न्यायालय में प्रस्तुत कर उसे दिल्ली ले जाने की तैयारी में जुट गई है। इधर, बच्चे के पिता अशोक राम भी देरशाम किसी ट्रेन से कोडरमा पहुंचे। उनके साथ भी दिल्ली पुलिस की एक टीम शामिल भी। अपहृत बालक नीरज नई दिल्ली के संगम बिहार स्थित डायनेस्टी स्कूल के यूकेजी का छात्र है।


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