गर्मी के साथ बढ़ रहे डायरिया के मरीज
कोडरमा: गर्मी बढ़ने के साथ ही डायरिया का प्रकोप विभिन्न इलाके में बढ़ता जा रहा है। शहर के अलग-अलग मुहल्लों में डायरिया के मरीज निजी क्लीनिकों , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोडरमा में आ रहे हैं। यहां इलाज के उपरांत मरीजों को छोड़ दिया जाता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोडरमा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर चंद्रमोहन का कहना है कि गर्मी में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को दो मरीज भर्ती हुए हैं। इस मौसम में लोगों को गर्मी से बचने की जरूरत है। अत्यधिक पानी पीने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में बच्चे ठीक ढंग से सो नहीं पाते व भोजन भी नहीं पचता है। ऐसे में अनपच हो जाता है। इस वजह से उल्टी व दस्त होने लगता है। इस मौसम में बासी भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए। हमेशा ताजा व स्वच्छ भोजन करना चाहिए। खुले में रखे भोजन का सेवन कभी नहीं करें। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी एएनएम को डायरिया के मरीज मिलने पर इसकी तत्काल सूचना देने को कहा गया है ताकि चिकित्सीय दल पहुंचे और इलाज व निश्शुल्क दवा देकर इसे रोका जा सके। चिकित्सक कहा कि नवजात शिशु को मां का दूध ही दें। जिन बच्चों को बोतल से दूध पिलाया जाता है उस बोतल को प्रतिदिन गर्म पानी में उबालें और अच्छे ढंग से साफ करें। साथ ही यह भी देखें कि बोतल से खट्टा गंध तो नहीं आ रहा है। ऐसा करने से बच्चों को डायरिया से बचाया जा सकता है।
गर्मी से स्कूली बच्चे परेशान
झुमरीतिलैया: गर्मी की शुरूआत होते ही जहां स्कूली बच्चे प्रात:काल विद्यालय जाते हैं, वहीं अपराह्न छुट्टी के बाद बच्चे इस कड़ी धूप में घर जाते-जाते परेशान हो जाते हैं। मालूम हो कि विद्यालयों को प्रात:काली कर दिया गया है, लेकिन दिन 10 बजते ही गत दो-तीन दिनों से गर्म हवा चल रही है। इस वजह से नित्य-प्रतिदिन का कार्य करने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पानी की होने लगी है किल्लत
झुमरीतिलैया: गर्मी के शुरू होते ही बिजली की आंख-मिचौनी व सप्लाई पानी की किल्लत होने लगी है। गत 20 दिनों में मुश्किल से 4-5 दिन ही सुबह व शाम को पानी की सप्लाई हो पाई है। वहीं दूसरी ओर गुमो के समीप एवं तिलैया बाईपास में पाइप लाइन में लीकेज की वजह से पानी बर्बाद हो रहा है। गर्मी की वजह से कोडरमा स्टेशन के प्लेटफार्म पर भी पानी की किल्लत है। यात्री चापाकल के जरिए पानी ले रहे हैं।