मौसीबाड़ी पहुंचे भगवान जगन्नाथ
तोरपा : अषाढ़ द्वितीया दिन रविवार को भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम व बहन सुभद्रा रथ पर सवार होकर नगर भ्रम
तोरपा : अषाढ़ द्वितीया दिन रविवार को भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम व बहन सुभद्रा रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करते हुए मौसीबाड़ी पहुंचे। अब तीनों विग्रहो का गुडिंचा मंदिर में नौ दिनों तक दर्षन सुलभ होंगे। श्रद्धालु हरे रामा, हरे कृष्णा के जयकारे लगाते हुए रथ को कोटेंगसेरा स्थित मंदिर से खींचकर खसुआ टोली, कर्रा रोड़, मेन रोड, महावीर चौक हिल चौक तक ले गए। बाद में उसी रास्ते से लौटते हुए गुडिंचा मंदिर पहुंचे। इससे पूर्व सुबह चार बजे भगवान जगन्नाथ की मंगल आरती हुई। दस बजे से भक्तों के लिए मंदिर के पट खोल दिये गये। शाम चार बजे विशेष पूजा-अर्चना के बाद तीनों विग्रहो को सुसज्जित रथ पर सवार कर नगर भ्रमण यात्रा निकाली गई। भगवान जगन्नाथ अपने भाई व बहन के साथ मौसीबाड़ी यानी अपने मौसी के घर में विश्राम करने के पश्चात नौवें दिन घुरती रथ के साथ वापस अपने घर आएंगे। रथयात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु रथ को खींच रहे थे। मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार लगी थी। पूजा-अर्चना होने के पश्चात भंडारे का भी आयोजन किया गया। सभी धार्मिक अनुष्ठान पंजाब के पठानकोट से आए पूज्यपाद त्रिदंडी स्वामी भक्ति शरण परमहंस महाराज, वृंदावन दीनशरणदास, कोलकाता के सत्यनारायणदास व दिल्ली के अखिलदास प्रभु ने कराया।
---------
बड़ाईक टोली में की गई विशेष पूजा
तोरपा : रविवार को बड़ाईक टोली स्थित जगन्नाथ मंदिर में अमित पाडेय की देखरेख में विशेष पूजा-अर्चना की गई। मौके पर महिलाओं ने भी दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा-अर्चना की। मंदिर संचालन समिति के सदस्यों ने बताया कि हर साल भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा के मंदिर में पुजा अर्चना किया जाता है। इस दौरान महाआरती कर महाप्रसाद के भंडारा का आयोजन भी किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने मंदिर पंहुचकर भगवान जगन्नाथ का प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर विजय बड़ाईक, गंगाधर सिंह, मुकेश सिंह, गुडडू पाडेय, ओमप्रकाश केसरी, जेपी सिंह, अधनु बैठा सहित कई लोगों का सहयोग रहा।