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राज्य में खेल माहौल बनाने की आवश्यकता : सुदेश

सिल्ली : झारखंड स्पोर्टस एंड कल्चर वेलफेयर फाउंडेशन के जिला प्रभारियों का एक दिवसीय सम्मेलन सिल्ली स

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 May 2017 10:30 PM (IST)Updated: Sun, 28 May 2017 10:30 PM (IST)
राज्य में खेल माहौल बनाने की आवश्यकता : सुदेश
राज्य में खेल माहौल बनाने की आवश्यकता : सुदेश

सिल्ली : झारखंड स्पोर्टस एंड कल्चर वेलफेयर फाउंडेशन के जिला प्रभारियों का एक दिवसीय सम्मेलन सिल्ली स्टेडियम परिसर में रविवार को संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि राज्य में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। इन्हें तराशने की जरूरत है। राज्य के कई जिले खेल से अछूते हैं। राज्य में खेल का माहौल बनाने की जरूरत है। आज पढ़ाई के अलावा खेल से भी कैरियर बन सकता है। इंफ्रास्ट्रक्टर का विकास करना भी आवश्यक है. गावों में फुटबॉल का बुखार है। यह एक लोकप्रिय खेल है. फाउंडेशन के माध्यम से राज्यभर के सभी जिलों एवं प्रखंड स्तर पर एक टीम वर्क के तहत सुनियोजित तरीके से स्पोर्टस के विकास की योजना बनायी गई है। जल्द ही सिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य भर के करीब पाच हजार खिलाड़ी शामिल होंगे। उन्होंने कार्यक्रम में आए राज्य भर के 17 जिलों क प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में खेल के विकास के लिये तय योजनाओं के तहत काम करने का निर्देश दिया। सम्मेलन में अंतराष्ट्रीय कोच शातनु घोष ने कहा कि झारखंड के गावों में फुटबॉल के खिलाडी मौजूद हैं। जरूरत है इन्हें निखारने की। मौके पर अजय सिंह, हरेंद सिंह, भैया मुरली, आरएन मिश्रा आदि थे।

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गुमला एफसी चैंपियन

सिल्ली : गुमला एफसी ने चक्रधरपुर फुटबॉल एकेडमी को सघर्षपूर्ण मुकाबले में 2-0 से हरा कर चैंपियनशिप के खिताब पर कब्जा कर लिया। सिल्ली स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता में गुमला एवं चक्रधरपूर की टीम के बीच मैच हुआ। उद्घाटन पूर्व खेलमंत्री सुदेश कुमार महतो व कोच शातनु घोष ने किया। मैच रेफरी की भूमिका पोबित्रो मित्रा, अमर पाल व गोबरधन महतो ने निभाई।

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मैनुअल तराजू से किया जा रहा है वजन

सिल्ली : प्रखंड परिसर स्थित सरकारी अनाज के गोदाम में आज भी मैनुअल तराजू से ही अनाज के बोरे तौले जाते हैं। डीलरों का आरोप है कि इस तराजू से अनाज तौलते समय कई बार सही वजन नहीं मिलता। डीलरों ने इस तराजू को हटा कर डिजीटल मशीन लगाने की माग की है। एजीएम ने भी बताया कि पारंपरिक तराजू हटाकर डिजीटल मशीन लगाने की प्रकिया चल रही है।


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