परंपरागत हथियारों के साथ सड़क पर उतरे बंद समर्थक
खूंटी : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में हुए संशोधन के विरोध में झारखंड आदिवासी संघर्ष मोर्चा का एक दिवसीय झार
खूंटी : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में हुए संशोधन के विरोध में झारखंड आदिवासी संघर्ष मोर्चा का एक दिवसीय झारखंड बंद का असर जिला में व्यापक रहा। शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बंद समर्थक परंपरागत हथियारों के साथ सड़क पर उतरे। बद करा रहे समर्थकों में हाई कोर्ट व पुलिस का भी भय नहीं दिखा। उन्होंने इस दौरान बंद समर्थकों ने दबंगई भी दिखाई। उन्होंने मीडियाकर्मियों को फोटो व पुलिस को वीडियो रिकार्डिग नहीं करने दिया। खूंटी- कोलेबिरा पथ में मुरहू थाना के बिचना और तोरपा थाना के डोड़मा बाजार में बंद समर्थकों ने सड़क को दिन के दिन बजे तक जाम रखा। वहीं, तोरपा में शाम चार बजे तक बंद समर्थकों ने सड़क जाम रखा। इस दौरान पुलिस जवान व अधिकारी लाचार नजर आए। बंद समर्थक मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने पर अड़े थे और पुतला दहन के बाद ही सड़क पर से हटे। खूंटी -रांची पथ पर हुटार में भी बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर आक्रोश व्यक्त किया। मुरहू थाना के सुदूरवर्ती इलाकों में भी बंद का असर रहा।
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जिला मुख्यालय में शांतिपूर्ण बंद
जिला मुख्यालय में शांतिपूर्ण बंद रहा। सभी दुकानें बंद रहीं। पुलिस की अपील के बाद भी व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानें नहीं खोली। बैंक व सरकारी कार्यालय खुले रहे, लेकिन लोगों की उपस्थिति कम रही। वहीं, बंद को लेकर एसडीओ नीरज कुमारी और एसडीपीओ रणबीर ¨सह दिन भर गश्त करते रहे। पुलिस अधिकारी जवान भी गश्त करते रहे। जगह-जगह दंडाधिकारी और पुलिस के सशस्त्र जवान तैनात थे। बिरसा कॉलेज खुला रहा, लेकिन विद्यार्थी नहीं आए। इस दौरान यात्री बसें, ट्रक व अन्य वाहन भी नहीं चले। शहरी इलाकों में तिपहिया और दो पहिया वाहन चले, मगर यात्री नदारद रहे। जिले में कही से भी बंद समर्थकों की गिरफ्तारी अथवा तोड़फोड़ की खबर नहीं है।