2017 तक जिला को ओडीएफ घोषित करना जरूरी
-उपायुक्त ने पंचायत भवन में बैठक कर मुखिया, जलसहिया, पंचायत व रोजगार सेवक को दिया टास्क फोटो न
-उपायुक्त ने पंचायत भवन में बैठक कर मुखिया, जलसहिया, पंचायत व रोजगार सेवक को दिया टास्क
फोटो नं. 25
संवाद सहयोगी कुंडहित : 31 मार्च 2017 तक जिला को ओडीएफ घोषित करना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शौचालय निर्माण में किसी तरह का कोताही नहीं होनी चाहिए। उक्त बातें उपायुक्त रमेश दूबे ने सोमवार को पालाजोरी पंचायत भवन में मुखिया, जलसहिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक एवं पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रखंड समन्वयक को निर्देश देते हुए कही।
उपायुक्त ने कहा कि किसी भी परिवार के लोग बाहर शौच करने नहीं जाएं। हर घर में शौचालय बनवाना है, इसकी मानिट¨रग के लिए सरकार ने हम सभी को लगाया है। सभी अपने दायित्व का निर्वहन करें ताकि जिला को शीघ्र ओडीएफ घोषित किया जा सके।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार के संकल्प को साकार करने के लिये तय समय के अंदर शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण करना है। सभी गांव में शौचालय की राशि मुखिया एवं जलसहिया के बैंक खाते में भेज दी गई है। उपायुक्त ने पालाजोरी पंचायत की मुखिया गीता पहाड़िया से पंचायत में लक्ष्य के तहत किए गए शौचालय निर्माण कार्य की जानकारी ली। मुखिया ने बताया कि निर्माण कार्य की प्रगति राजमिस्त्री की कमी के कारण प्रभावित हो रही है। उपायुक्त ने कहा कि जनवितरण प्रणाली दुकानदार, पारा शिक्षक, सेविका आदि लोगों को स्वयं शौचालय का निर्माण करना है। अगर उक्त लोग अपने से घर में शौचालय निर्माण नहीं कराएंगे तो उनके दरवाजे के समक्ष ढोल पीटा जाएगा। उपस्थित लोगों से कहा गया कि स्वयं शौचालय निर्माण करें। इसके लिये सरकार सीधे आपके बैंक खाता में 12000 हजार रुपया भेज देगी। उपायुक्त ने पालाजोरी पंचायत के बाद खजुरी, गड़जोरी आदि पंचायत में शौचालय निर्माण कार्य का जायजा लिया।
मौके पर उप विकास आयुक्त कुमार मिथिलेश, प्रखंड समन्वयक मो. रफीक हुसैन, गौर चन्द्र दत्ता, काकली घोष, कुसुम मंडल आदि उपस्थित थे।