आक्रोशित छात्रों ने स्कूल में जड़ा ताला
संसू, करमाटाड : शिक्षा विभाग की लापरवाही व मनमानी से आजिज होकर शनिवार को उर्दू उच्च विद्यालय बिराजपुर के छात्रों ने विद्यालय में शिक्षकों को बंदी बनाकर ताला बंदी कर दिया। विद्यालय में अनियमितता को लेकर छात्रों का आक्रोश परवान पर देखा गया। घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाकर मिर्धा व सीओ लीली एनोला लकड़ा ने स्कूल पहुंचे।
क्या क्या है मामला : छात्रों ने कहा कि विद्यायल भवन निर्माण कार्य वर्ष 2007 से प्रारंभ हुआ जो अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। साथ ही कहा कि नए विद्यालय भवन के छतों से पानी टपकता है। मध्याह्न भोजन में खिचड़ी के सिवाय कुछ नहीं मिलने का भी आरोप लगाया। जर्जर किचन शेड व शौचालय नहीं रहने से विद्यालय के छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। छात्रवृति वितरण में अनियमितता, उच्च विद्यालय का दर्जा मिलने के बाद भी इस विद्यालय में छात्रों को बैठने के लिए बेंच डेस्क नहीं मिलने के कारण छात्रों में गजब का आक्रोश देखा गया। विद्यालय के सचिव व पारा शिक्षक पर भी समय पर विद्यालय नहीं आने का आरोप लगाते हुए छात्रों ने कहा कि विद्यालय में हाजिरी बनाकर शिक्षक गायब हो जाते हैं। छात्रों ने कहा कि जब इस संबंध में पूछताछ करते हैं तो शिक्षक जूता चप्पल दिखाकर शांत कर देते हैं। मौके पर विद्यालय की छात्रा नाजिया खातून, रकसाम खातून, नाजरिन खातून, समिदा खातून, शबनम खातून, अब्दुल अंसारी, रहमत अली आदि सैकड़ों छात्र उपस्थित थे। ग्रामीणों ने भी छात्रों के साथ विद्यालय में व्याप्त अनियमितता को लेकर हंगामा किया। विद्यालय बंदी के खबर के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालय नहीं पहुंचे।
ग्रामीणों व मुखिया ममता कोल के सहयोग से छात्रों के घेराबंदी से शिक्षकों को छुड़ाया जा सका। जबकि बीडीओ प्रभाकर मिर्धा ने छात्रों को आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले को लेकर विभाग उचित कार्रवाई करेगा।