हक के लिए एकजुट होना जरूरी
संस, कुंडहित : स्थानीय सिंचाई अतिथि आवास में झारखंड राज्य आगंनबाड़ी कर्मचारी यूनियन का 7 वां वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्णिमा सातरा ने की। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कामरेड चिन्तामणि मंडल, राज्य उपाध्यक्ष नमिता गोराई एवं राम दुलारी गुप्ता उपस्थित थी। चिन्तामणि मंडल ने संबोधित करते हुए कहा आंगनबाड़ी यूनियन 30 साल के मेहनत के बाद सम्मेलन का आयोजन किया है। वर्ष 1975 में यूनिसेफ के सहयोग से भारत में 35 बाल विकास परियोजना का आरंभ किया गया। लेकिन लाल झडा के संघर्ष से देश के 23 लाख आगंनबाड़ी केंद्र में सेविका-सहायिका कार्यरत हैं। जामताड़ा जिला में कुल 2197 सेविका-सहायिका हैं। इसमें 83168 बच्चे एवं 16265 गर्भवती महिलाओं का पोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगंनबाड़ी केंद्र में मेहनत करनीवाली सेविका-सहयिका को उस अनुपात में सरकार पारिश्रमिक नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सेविका सहयिका में एक जुटता नहीं होगी तब तक हक की लड़ाई नहीं जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि सम्मानजनक मानदेय के लिए सेविका-साहयिका को आवाज उठाना होगा। इस अवसर पर नसीमा खातून, कैकेयी टुडू, सावित्री चटर्जी, अहिल्या माल पहाड़िया, अनिता मुर्मू, नूरजहा खातून, चिंतामणि सोरेन आदि उपस्थित थीं।