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कंपनियों के लिए मुनाफा जरूरी, सरोकार भी जिम्मेदारी : सेन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ में सोमवार को रिस्पांसिबल मार्केटिंग पर अंतरराष्ट्रीय सम्म

By Edited By: Published: Tue, 24 Jan 2017 02:47 AM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2017 02:47 AM (IST)
कंपनियों के लिए मुनाफा जरूरी, सरोकार भी जिम्मेदारी : सेन

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एक्सएलआरआइ में सोमवार को रिस्पांसिबल मार्केटिंग पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें कॉरपोरेट जगत के साथ-साथ भावी प्रबंधकों को समाज व पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार व जवाबदेह बनने की सीख दी गई। आस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित ला ट्रोबे यूनिर्वसिटी के सहयोग से एक्सएलआरआइ स्थित एमडीपी हॉल में आयोजित इस सम्मेलन में पर्यावरण को भविष्य की सबसे बड़ी चुनौती करार दिया गया तो वहीं समाज से सरोकार बढ़ाने की वकालत भी की गई। सम्मेलन में टाटा स्टील के प्रेसीडेंट (टीक्यूएम एंड स्टील बिजनेस) आनंद सेन ने एक्सएलआरआइ के छात्रों को मैनेजर से ज्यादा देश का जिम्मेदार नागरिक बनने की अपील की। आनंद सेन ने कहा कि दुनिया की बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने एवं मुनाफा पर ध्यान केंद्रित होने के कारण संसाधनों का अंधाधुंध इस्तेमाल हो रहा है। इसका खामियाजा पर्यावरण एवं समस्त प्राणि जगत को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी के लिए मुनाफा जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को ध्यान में रख कर उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण एवं प्राणी जगत को नुकसान नहीं पहुंचे, इसका ख्याल रखना भी जरूरी है। सेन ने कहा कि रिस्पासिबल सिर्फ अपने लिए नहीं या सिर्फ अपने परिवार के लिए व अपनी कंपनी के लिए ही नहीं बल्कि सोसाइटी और इनवायरमेंट के प्रति भी जिम्मेदारी आप ही को उठानी है। इससे पूर्व सम्मेलन का उद्घाटन आनंद सेन ने किया। इस मौके पर एक्सएलआरआइ के निदेशक फादर इ अब्राहम और अस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित ला ट्रोबे यूनिर्वसिटी के एसोसिएट हेड प्रो। टिम मोरजोरिबेंक्स उपस्थित थे। गौरतलब है कि एक्सएलआरआइ और अस्ट्रेलिया के ला ट्रॉबो यूनिर्वसिटी के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्त्रम का आयोजन किया जा रहा है।

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वहीं आस्ट्रेलिया मेलबोर्न ला ट्रोबे बिजनेस स्कूल के एसोसिएट हेड एवं डीन टिम मार्जोरिबैंक ने कहा कि उद्योगों को संपोषणीय (सस्टैनेबल) विकास के साथ रिस्पोसिंबल मार्केटिंग बिहेवियर पर ध्यान देना चाहिए। कंज्युमर वैसे भी मूल कीमत का 15 प्रतिशत ज्यादा भुगतान करता है। कार्यक्रम के पहले सत्र में एल रघुराम टाटा ने कहा कि कई कंपनिया अपने उत्पादों के विज्ञापन में उन चीजों को भी प्रोमोट करते हैं जो सोसाइटी के लिए खतरनाक होते हैं। उसका सोसाइटी पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में कई कंपनिया अपने उत्पादों को बेचने के लिए पर्यावरण को भी क्षति पहुंचाने का काम करते हैं। यह रिस्पासिबल मार्केटिंग नहीं है। इस दिशा में सोचने की जरूरत है।

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प्रस्तुत किये जाएंगे रिसर्च पेपर

एक्सएलआरआइ की छात्र ईकाई द सेंटर फॉर ग्लोबल मैनेजमेंट एंड रिस्पोंसिबल लीडरशिप एवं आस्ट्रेलिया मेलबोर्न के ला ट्रोबे यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस सेमिनार में अमेरिका, कनाडा एवं दक्षिणी एशियाई देश के प्रतिनिधि 43 शोध पेपर प्रस्तुत करेंगे। को-ऑर्डिनेटर डॉ पिंगाली वेणुगोपाल के अनुसार अगले दो दिनों तक सेमिनार में रिस्पोंसिबल मार्केटिंग, इथिकल एंड लीगल इशूज, कंज्युमर इनसाइट, इंटरप्रेन्योरियल एक्सपीरिंयस एवं ऑगनाइजेशनल इशुज पर विशेषज्ञ मंथन करेंगें। मंगलवार को ग्रीन होटल चैनल्स पर आइटीसी होटल्स के वाइस प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) बी हरिहरण व्याख्यान देंगे।


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