सड़क दुर्घटना में पशुपति का लुट गया परिवार
14 अगस्त को बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के बेलाचौक स्थित एनएच-छह पर पिक
संवाद सूत्र, बहरागोड़ा : 14 अगस्त को बहरागोड़ा थाना क्षेत्र के बेलाचौक स्थित एनएच-छह पर पिकअप वैन व तेल टैंकर की भिड़ंत में मटिहाना पंचायत के काठूलिया के तीन परिवार के दस लोग अपनी जान गंवा बैठे। बारह लोगों का उपचार टीएमएच व एमजीएम में चल रहा था। इनमें से कुछ को बुधवार को छोड़ दिया गया है। पिकअप वैन का चालक कटक में इलाज कराने के बहाने फरार है। पंद्रह अगस्त की रात सांसद विद्युत वरण महतो काठूलिया पहुंच कर परिजनों को खोने वाले लोगों से मिले तथा ढांढस बंधाया। पंद्रह अगस्त के रात लगभग दस बजे दस शव जिला प्रशासन द्वारा काठूलिया पहुंचाया गया। जिनमें से दो बच्चों को श्मशान में दफना दिया गया तथा आठ व्यस्क महिला व पुरूषों का शव एक साथ काठूलिया श्मशान में जलाया गया। पूरे गांव में मंगलवार की रात तक मातम छाया हुआ था। चाकुलिया व बहरागोड़ा के शव को जलाने के लिए लकड़ी का प्रबंध किया गया था। जाति व अमीर गरीब के विवेक से ऊपर उठकर नौजवानों ने अंतिम संस्कार में सहयोग किया।
14 अगस्त की घटना से तीन परिवार ने कुछ खोया तो कुछ उनके बच गए। किसी ने पुत्र खोया तो पुत्रवधु बची। या फिर पुत्रवधु या पोते- पोतियां खोया तो पुत्र बचा। लेकिन पशुपति धावड़िया जैसे वृद्ध ने लगभग सबकुछ ही खो दिया है। पशुपति के परिवार से पांच लोगों की जान गई है। एक पुत्र दो पुत्रवधु व दो नाती पोते जो बुढ़ापा के सहारे थे चल बसे है। एक पुत्र टीएमएच में मौत व ¨जदगी से जूझ रहा है। चिकित्सकों का मानना है की उम्मीद कम है इसके बावजूद चिकित्सक की पूरी टीम धावड़िया के जान बचाने में जुटी है। इस तरह से 14 अगस्त के घटना ने पशुपति का बुढ़ापा में सब कुछ लूट लिया है।