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'चुगलबोली' से गूगल परेशान, नोटबंदी से ब्वॉयफ्रेंड बेकार

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्टैंडअप कॉमेडियन सुनील पाल ने रविवार को जमशेदपुर में कॉमेडी

By Edited By: Published: Mon, 16 Jan 2017 02:48 AM (IST)Updated: Mon, 16 Jan 2017 02:48 AM (IST)
'चुगलबोली' से गूगल परेशान, नोटबंदी से ब्वॉयफ्रेंड बेकार
'चुगलबोली' से गूगल परेशान, नोटबंदी से ब्वॉयफ्रेंड बेकार

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्टैंडअप कॉमेडियन सुनील पाल ने रविवार को जमशेदपुर में कॉमेडी के चौके-छक्के जड़ कर लोगों को हंसा-हंसा कर लोटपोट कर दिया। बात निर्मल बाबा के मैनेजमेंट स्किल से शुरू हुई और टाटा के नमक तक गई। करीब डेढ़ घंटे के इस 'लाफ्टर सीजन' के दौरान एक्सएलआरआइ ग्राउंड में लगभग हर लम्हा हर कोई पेट पकड़कर हंसता ही रहा। मैक्सी फेयर के दौरान आयोजित इस कॉमेडी शो में सुनील पाल ने हर मुद्दे पर हंसाया। नोटबंदी से लेकर बाबा रामदेव तक और राधे मां से लेकर जियो मोबाइल तक।

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एक्सएलआरआइ ग्राउंड में आयोजित कॉमेडी शो में सुनील पाल ने महिलाओं को हंसी का केंद्र बनाते हुए पहले चुगली पर बात छेड़ी। बोले-'चुगली करना भी एक महान कला है जो सिर्फ महिलाओं के पास है। वे क्या चुगली करती हैं आप सुन कर भी समझ नहीं पाएंगे। खुसुर-फुसुर..खुसुर-फुसर करती हैं। भगवान ने भी सुना तो वे भी नहीं समझ पाए कि ये कौन सी भाषा है। बाद में उन्हें बताया गया कि प्रभु ये चुगल भाषा है।' पाल ने अपने अंदाज में कहा-'गूगल भी नहीं उगल पाएगा चुगल भाषा।' इतना सुनते लोग लोटपोट हो गये। महिलाओं पर बोलते सुनील ने बताया कि अपनी पत्नी को उन्होंने पिछले दिनों रांझणा फिल्म दिखाई, जिसके बाद उनकी पत्नी ने घर लौट कर कहा और मेरे रांझणा बर्तन जरा मांजना।

सुनील पाल ने इस दौरान बंगालियों पर भी कई जोक प्रस्तुत किये। बोले-'बंगालियों से गब्बर सिंह बहुत डरते हैं। पूछिये क्यों? क्योंकि बंगाली रमेश को रोमेश बोलते हैं, मजा को मोजे बोलते हैं। इस लिहाज से गब्बर को वे गोबर बोलते हैं।' इसी क्रम में सुनील पाल ने नोटबंदी का जिक्र छेड़ दिया। बोले-'नोटबंदी ने सभी लड़कियों के ब्वॉयफ्रेंड को औकात में ला दिया है, क्योंकि लड़कियां पहले अपना एटीएम लड़कों को ही समझती थीं, इसीलिए भाव भी देती थीं, लेकिन नोटबंदी के बाद लड़कियों ने ब्वायफ्रेंड को भाव देना बंद कर दिया, क्योंकि एटीएम में नोट ही नहीं है। अब लड़कियां कहती हैं आइ हेट एटीएम, नाव आइ लव पेटीएम ।

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..जब अमिताभ को जया ने एटीएम के लाइन में न लगने की दी सलाह

सुनील पाल ने नोटबंदी को भी अपने नजरिये से बयां किया। बोले-'नोटबंदी से अमिताभ बच्चन भी परेशान थे। बेचारे चार हजार रुपये एटीएम से निकालने के लिए लाइन में लग गए। जैसे ही जया बच्चन को अमिताभ के लाइन में लगे होने की बात पता चली, उन्होंने अमिताभ को लाइन से हटकर वापस आने को कह दिया। अमिताभ ने पूछा तो जया ने कहा कि अभी अभी पता चला है कि लाइन का मतलब 'रेखा' होता है, इसलिए आप लाइन में मत लगिए, अभिषेक बेकार पड़ा है, वह एटीएम चला जाएगा..।' इस जोक पर तो जैसे एक्सएलआरआइ ग्राउंड हंसी के जोर से गूंज उठा।

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..जब बाबा रामदेव के योगा क्लास में पहुंच गया भालू

अपने जोक से सुनील पाल ने हर हस्ती पर तंज कसा। बाबा रामदेव का जिक्र करते सुनील ने कहा एक बार उनकी योगा क्लास में एक भालू आ गया और योगा करने लगा। बाबा बोले-देखा अब मेरे योगा में जानवर भी आने लगे। इसपर जानवर उठ खड़ा हुआ और बोला-बाबा मैं भालू नहीं इंसान ही हूं। आपके कहने पर 20 साल से नाखून रगड़-रगड़ कर शरीर में इतने बाल हो गये कि भालू हो गया हूं।

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सात घंटे कोलकाता से सफर कर भूख लग गई..

सुनील पाल ने खराब एनएच-33 व जमशेदपुर में हवाई सेवा न होने पर तंज कसते हुए अपने अंदाज में कहा कि भई अब तो खाना दिख रहा तो मन ललच रहा है। सात घंटे घिसट-घिसट कर कोलकाता से जमशेदपुर सड़क से आया हूं। मेरे सामने खाना मत लाओ..। इससे पूर्व सुनील पाल ने कई अन्य मुद्दों पर भी जोक सुनाए।

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इनपर छूटी लोगों की हंसी

- मैंने अपनी पत्नी को मोबाइल पर फोन लगाया तो उधर से आवाज आई, आप जिसे फोन लगा रहे वह आपके पहुंच से बाहर है..। हाय दइय्या, मेरी पत्नी ही मेरी पहुंच से दूर हो गई।

- एक आदमी ने जमशेदपुर में मुझसे मुलाकात की, अपने तीन बेटों से मिलाया। बोला - ये पहला सगा बेटा वकील है, ये दूसरा सगा बेटा डॉक्टर है, ये तीसरा पुलिस है। मैंने पूछा तीसरे को आपने सगा नहीं कहा, तो वह बोला, पुलिस वाले भी किसी के सगे होते हैं?

- ट्रेन में चाय बेचने वाले इंसान कम और एलियन ज्यादा लगते हैं..। भला क्यों, क्योंकि वे चाय-चाय को चै-चै ऐसे बोलते हैं जैसे कोई एलियन बोल रहा है।

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मैक्सी फेयर का समापन

दो दिवसीय मैक्सी फेयर का रविवार को समापन हो गया। अंतिम दिन बच्चों के लिए फैशन शो, पेंटिंग प्रतियोगिता समेत नाटक एक रुका हुआ फैसला का मंचन किया गया। मैक्सी फेयर का यह 39वां आयोजन था।


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