टीएमएच में नहीं आ रही मधुमेह की दवा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मेन हॉस्पिटल में शुगर की दवा 'जलरा-50 एमजी' लगभग तीन माह
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मेन हॉस्पिटल में शुगर की दवा 'जलरा-50 एमजी' लगभग तीन माह से बंद है। इससे मधुमेह के रोगियों को काफी परेशानी हो रही है। गुरुवार को मासिक कार्यक्रम डॉक्टर ऑनलाइन में टाटा स्टील, कोक प्लांट के कमेटी मेंबर करम अली खान ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया। कहा कि मधुमेह के रोग में जलरा-50 एमजी की गोली काफी कारगर सिद्ध हो रही थी लेकिन टीएमएच में अब यह नहीं मंगायी जा रही। यह दवा उपलब्ध करायी जाए। इस पर मेडिकल सर्विसेज के जीएम डा. राजन चौधरी ने कहा कि अगर मरीजों को इस दवा से फायदा हो रहा है तो निश्चित तौर पर टीएमएच में दवा उपलब्ध करायी जाएगी। खान ने टीएमएच में बच्चों की दवाएं उपलब्ध नहीं रहने व डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवा लिखने की भी शिकायत जीएम से की। इस पर जीएम ने कहा कि इसमें बहुत जल्द सुधार किया जाएगा। डाक्टर ऑनलाइन में कलिंगनगर से महिला कर्मचारी स्वाति ने सवाल किया कि क्या थॉयरॉयड की समस्या का हल व्यायाम से हो सकता है? इस पर न्यूक्लियर मेडिसिन की सीनियर कंसल्टेंट डा. सुजाता मित्रा ने कहा कि नियमित व्यायाम, दवा व खानपान में सावधानी से यह बीमारी ठीक हो सकती है। बिय¨रग डिवीजन खड़गपुर की महिला कर्मचारी ने सवाल किया कि उन्हें व उनकी दोनों बच्चियों को थॉयरॉयड की समस्या है। क्या यह अनुवांशिक बीमारी है। इस पर डा. मित्रा ने सुझाव दिया कि वह टाटा मेन हॉस्पिटल आकर जांच कराएं। बामनीपाल से एक कर्मचारी ने पूछा कि थॉयरॉयड व गठिया की समस्या में क्या समानता है। इस पर डा. मित्रा ने बताया कि दोनों बीमारी नस से जुड़ी हैं। इससे पूर्व डा. सुजाता मित्रा ने थॉयरॉयड के बारे में जानकारी दी। कहा कि विटामिन डी व कैल्सियम की कमी से यह समस्या होती है। व्यायाम से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। उन्होंने डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवाओं का सेवन करने की बात कही।