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झारखंड में चल रहा जंगलराज : भगवान ¨सकू

फोटो-16 ........... - आदिवासी सेंगेल अभियान ने शहर में निकाली विशाल रैली जागरण संवाददाता, च

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 01:00 AM (IST)

फोटो-16

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- आदिवासी सेंगेल अभियान ने शहर में निकाली विशाल रैली

जागरण संवाददाता, चाईबासा : आदिवासी सेंगेल अभियान कोल्हान प्रमंडल समन्वय समिति की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को विशाल रैली निकाली गई। राज्यपाल के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद स्थानीय पिल्लई हाल में सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश संयोजक भगवान ¨सकू ने कहा कि आदिवासी- मूलवासी हित में बने संविधान, कानून व मानवाधिकारों का यहां खुद संरक्षकों द्वारा जान-बूझकर उल्लंघन किया जाता है। नतीजतन न्यायपूर्ण डोमिसाइल और आरक्षण अब तक लागू नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी कानून, पेसा पंचायत कानून, सुप्रीम कोर्ट का समथा फैसला, पांचवीं अनुसूची, वन अधिकार कानून, बाहरी आबादी को रोकने वाला कानून आदि लागू नहीं है। जहां संविधान, कानून, मानवाधिकार लागू नहीं होता है, वहां कानून का राज नहीं जंगल राज चलता है। यहां झारखंड गठन से अब तक जंगल राज चल रहा है, और इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। कोल्हान प्रमंडल प्रभारी बिमो मुर्मू न कहा कि राज्य में सरकार विनाशकारी विकास मॉडल बना रही है। यहां परिस्थितियां और स्थानीय लोगों की इच्छानुसार विकास मॉडल तय होना चाहिए। कारखाना, खदान, डैम, नगर व हाईवे का जो मॉडल झारखंड में अपनाया गया है, उसमें झारखंडियों को केवल विस्थापन-पलायन ही नसीब हुआ है। हमारी मांग है कि पहले शिक्षा, स्वस्थ्य, रोजगार, कृषि और जंगलों को समृद्ध किया जाये। पूर्व में प्रभावितों और विस्थापितों को पहले न्याय और पुनर्वास प्रदान किया जाये। इस अवसर पर ईचा-खरकई डैम परियोजना अविलम्ब रदद करने, कोल्हान में तीन लोहा कारखानों का प्रस्ताव रद करने, इको-सेंसेटिव जोन के नाम पर दलमा पहाड़ के इर्द-गिर्द बसे गांवों को उजाड़ने का प्रस्ताव रद करने, राजनगर-सराईकेला प्रखंडों के गांवों को एआइएडीए और मेकन स्टील के नाम से उजाड़ने का प्रस्ताव रद करने आदि की मांग की गई। इस मौके पर सोनाराम सोरेन, सुबेदार बिरुवा, बिनोद गोप, सुगनाथ हेम्ब्रम समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।


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