सुपर थर्टी की तरह अब सुपर फोर्टी
- शहर की बेटी को आइएएस बनाने में रही अहम भूमिका - राघवेंद्र, जमशेदपुर : सुपर थर्टी। जान जरूर सुन
- शहर की बेटी को आइएएस बनाने में रही अहम भूमिका
- राघवेंद्र, जमशेदपुर : सुपर थर्टी। जान जरूर सुना होगा। बिहार की राजधानी पटना से संचालित इंजीनिय¨रग का कोचिंग संस्थान जो गरीब परिवारों से आनेवाले मेधावी विद्यार्थियों को इंजीनियर बनने से सपने को साकार करने में मदद करता है। अपने इस काम के कारण उसका डंका देश स्तर पर बज चुका है।
जी, हां। अब आप सुनिए सुपर थर्टी का नाम। देश की सबसे प्रतिष्ठित नौकरी सिविस सर्विसेज का सपना साकार कराने में प्रतिभाशाली प्रतिभागियों का मार्गदर्शन कर रहा बेंगलुरू का यह संस्थान। शहर के पंचायती इलाके छोटा गोविंदपुर की बेटी नेहा दुबे को आइएएस बनाने में इसी सुपर फोर्टी की अहम भूमिका रही है। और, इसी के साथ शहर के लोगों के बीच चर्चा में आया है यह संस्थान।
जी हां, यदि आप आत्मविश्वास के धनी हैं और जीवन में कुछ करने की ठानी है तो आपकी मदद के लिए हजारों हाथ आपके साथ हैं। आपको खुद को आंकने, समझने, प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने और पास होने के जरूरी टिप्स देनेवालों की भी कमी नहीं। वह भी घर बैठे। नेहा को इसी तरह की सटीक मदद मिली इनसाइटसन इंडिया डॉट कॉम नामक वेबसाइट से। शनिवार को संघ लोकसेवा आयोग के अंतिम नतीजा सामने आने के बाद सुपर थर्टी की तरह ही सुपर फोर्टी का भी डंका बजा है। यह वेबसाइट बिहार के सुपर थर्टी की तर्ज पर यूपीएससी प्रतियोगियों के लिए बेंगलुरू में सुपर फोर्टी चला रही है। इस संस्था से जुड़े 40 प्रतियोगियों में से 15 यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में शामिल हुए थे जिनमें नेहा समेत पांच सफल रहे हैं। सुपर फोर्टी के नीतीश को 8 वां, नेहा दुबे को 26 वां, बालाजी को 36 वां, सतीश रेड्डी को 97 वां और मधु बाबू को 215वां स्थान मिला है। बेंगलुरू से संचालित इस वेबसाइट के कर्ता-धर्ता विनय कुमार हैं जो मूल रूप से मैसूर के रहने वाले हैं।
इंजीनिय¨रग के बाद टाटा स्टील में मैनेजर के रूप में योगदान देनेवाली छोटा गोविंदपुर निवासी नेहा प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती थीं। इसके लिए वे वेबसाइट पर हमेशा कुछ सर्च किया करती थीं। इसी क्रम में इनसाइटसन इंडिया डॉट कॉम के बारे में जानकारी मिली। इस वेबसाइट से नित नई जानकारियां मिलने पर वे यूपीएससी की तैयारी में जुट गई।
कैसे कराई जाती है तैयारी : इस साइट पर नए-नए प्रश्न दिए जाते हैं और ऑनलाइन ही उनके उत्तर देने होते हैं। इस वेबसाइट पर सारी जानकारी मुफ्त में दी जाती है। नेहा भी इससे जुड़ गई और उस साइट पर आने वाले सवालों का जवाब देने लगीं। करीब डेढ़ महीने तक इस साइट से जुड़ने के बाद उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि बेवसाइट चलानेवाली संस्था ऑनलाइन क्लास के अलावा ऑफलाइन क्लास भी कराती है। इसके बाद वे बेंगलुरू गई और विनय कुमार से मुलाकात की। उन्हें पता चला कि सुपर थर्टी की तर्ज पर यूपीएसएसी के लिए विनय कुमार ने सुपर फोर्टी तैयार किया है। इसमें शामिल होने के लिए कड़ी परीक्षा देनी होती है। बिहार व झारखंड से नेहा अकेली प्रतियोगी थीं जिनका ऑफलाइन क्लास के लिए चयन हुआ।
दैनिक जागरण से बातचीत में नेहा ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी से जुड़े लोग इस साइट का उपयोग कर सकते हैं। ऑफलाइन क्लास के लिए इसमें बिहार के सुपर थर्टी की तर्ज पर चयन किया जाता है। नेहा ने बताया कि ऑनलाइन साइट पूरी तरह से निश्शुल्क है, जबकि ऑफ लाइन क्लास के लिए मामूली खर्च देना होता है। ऑफलाइन क्लास के लिए नेहा का चयन दो निबंध लिखने के बाद हुआ था। नेहा ने अपनी सफलता का श्रेय इनसाइटसन इंडिया डॉट कॉम व अपने परिवार के सदस्यों को देती है।