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एसडीओ कार्यालय के उर्दू अनुवादक को कलाम हैदरी अवार्ड

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एसडीओ धालभूम कार्यालय के उर्दू अनुवादक मो. नियाज अख्तर को बिहार उर्दू अक

By Edited By: Published: Tue, 21 Apr 2015 01:13 AM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2015 01:13 AM (IST)
एसडीओ कार्यालय के उर्दू अनुवादक को कलाम हैदरी अवार्ड

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : एसडीओ धालभूम कार्यालय के उर्दू अनुवादक मो. नियाज अख्तर को बिहार उर्दू अकादमी ने कार्यक्रम महफिल-ए-एजाज में कलाम हैदरी अवार्ड से नवाजा है। उन्हें यह अवार्ड उनकी 26 कहानियों के संग्रह बूढ़े बरगद का अंत के लिए दिया गया है। उन्हें पटना में 16 अप्रैल को बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री व बिहार उर्दू अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष नौशाद आलम ने 7500 रुपये और सर्टिफिकेट पेश किया।

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उर्दू अनुवादक मो. नियाज अख्तर को इसके पहले गया में बज्म-ए-कलमकार संस्था की तरफ से भी 2013 में अवार्ड मिल चुका है। मो. नियाज कहानियां लिखते हैं। उनकी कई कहानियां अखबारों में भी छपी हैं। उनके अलावा जमशेदपुर से साहित्यकार अफसर काजमी और डा. अख्तर आजाद को भी बिहार उर्दू अकादमी ने सम्मानित किया है। इस कार्यक्रम में बिहार की उर्दू अकादमी ने देश भर के 134 साहित्यकारों को सम्मानित किया है जिसमें से 51 बिहार और तीन जमशेदपुर के थे। साहित्यकारों को पुरस्कार देने की तीन श्रेणियां थीं। पहले श्रेणी के साहित्यकार को 10 हजार, दूसरी श्रेणी के साहित्यकार को साढ़े सात हजार और तीसरी श्रेणी के साहित्यकार को पांच हजार रुपये दिए गए हैं।


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