चुनाव: आचार संहिता बेअसर, लहरा रहे झंडे-बैनर
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : विधानसभा निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी शहर में सियासी
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : विधानसभा निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी शहर में सियासी दलों के झंडे और बैनर लहरा रहे हैं। ऐसा तब है जब दो दिन अभियान चला कर जमशेदपुर अक्षेस होर्डिग, झंडा व बैनर हटाने का दावा करता है लेकिन, शहर में चौक-चौराहों पर लगे मतदाताओं को लुभाने वाले होर्डिग्स, पोस्टर व बैनर इस अभियान की चुगली कर रहे हैं।
25 अक्टूबर को आचार संहिता लगने के बाद जिला प्रशासन ने नगर निकायों को अभियान चला कर सभी राजनीतिक दलों के होर्डिग्स, झंडा व बैनर को हटाने का निर्देश दिया था, लेकिन यह अभियान सिर्फ फर्ज अदायगी के लिए ही चलाया गया। फोटो खिंचवाने के लिए कुछ झंडे-बैनर हटा कर अपने काम की इतिश्री कर ली गई। अभियान के बाद भी शहर में सियासी दलों के होर्डिग्स-बैनर की भरमार है।
कदमा बाजार में जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस पार्टी के विधायक बन्ना गुप्ता के संकल्प वाली एक बड़ी सी होर्डिग मतदाताओं का ध्यान खींच रही है। इस होर्डिग में विधायक बन्ना गुप्ता हाथ जोड़े हुए मतदाताओं को रिझा रहे हैं तो साथ में उनके गुरु पूर्व सांसद डा. अजय भी मौजूद हैं।
सर्किट हाउस से सोनारी एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले रास्ते कदमा-सोनारी लिंक रोड के तिराहे पर भाजपा के चुनाव निशान वाला एक बैनर ट्री गार्ड पर चस्पा है। धनतेरस, छठ पूजा और दीवाली के बधाई संदेश वाले इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा जमशेदपुर पश्चिम से भाजपा के संभावित उम्मीदवार सरयू राय और भाजपा नेता अशोक सिंह की तस्वीर है। तिराहे पर लगे टावर पर झामुमो का झंडा लहरा रहा है। कदमा में शहीद निर्मल महतो चौक और बाजार में यहां वहां पर कांग्रेस के दर्जनों झंडे बंधे हुए हैं। यही हाल, परसुडीह, टेल्को, गोलमुरी आदि इलाकों का भी है।
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घूम रहे झाविमो के प्रचार वाहन
विधानसभा चुनाव का एलान होते ही झाविमो के प्रचार वाहन भी घूम रहे हैं। झाविमो के एक प्रचार वाहन के पीछे होर्डिग पर पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और जिलाध्यक्ष हाजी फिरोज खान की तस्वीर है। प्रचार हो रहा है-अबकि बार ईमानदार सरकार।
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यातायात जागरूकता बोर्ड पर भी झंडा
शहर के लोगों को यातायात नियमों से आगाह करने के लिए यातायात पुलिस ने चौक-चौराहों पर बोर्ड लगाए हैं। इसमें जनता को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई है। सियासी दलों ने इन बोर्डो को भी नहीं बख्शा। इन बोर्डो पर भी सियासी झंडे लगाए गए हैं जिससे यातायात पुलिस का पैगाम लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।