लौहनगरी में ठंड की दस्तक, बीमारी का घर
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : लौहनगरी की सुबह ठंड का एहसास करवा रहा है। यानी फिर से एक बार मौसम अंगड़ाई ली
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : लौहनगरी की सुबह ठंड का एहसास करवा रहा है। यानी फिर से एक बार मौसम अंगड़ाई ली है। ऐसे में आपको अपनी सेहत का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। खासकर बच्चे व बुजुर्गो को। अन्यथा आप किसी बीमारी के चपेट में आ सकते है। गर्मी से सर्दी की ओर बढ़ रहे मौसम से सर्दी-खांसी, सांस की समस्या, दमा, ब्रोंकाइटिस, गठिया दर्द, हार्ट अटैक सहित अन्य बीमारियां होने की संभावना अधिक होती है।
चिकित्सकों के मुताबिक दिन और रात के तापमान में ज्यादा अंतर हार्ट और अस्थमा मरीजों के लिए खतरनाक है। इस सीजन में सांस की परेशानियां ज्यादा होती है। इससे संबंधित मरीजों को डस्ट से दूर रहना बहुत जरूरी है। इसके अलावा किसी भी तरह की एलर्जी से भी बचना होगा। हार्ट के पीड़ित को ठंड से बचना जरूरी होता है। खासकर सुबह में।
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मच्छरों के आंतक से बढ़ेगा मलेरिया
मर्सी अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. शुभोजित बनर्जी ने बताया कि शुरुआती ठंड में मच्छरजनित बीमारियों में भी खूब इजाफा होता है। इसका मुख्य कारण है कि बरसात खत्म होने के बाद जगह-जगह पर पानी का जमाव रहता है। इससे मच्छरों का प्रकोप तेज होता है और वह लोगों पर हमला करते है। इससे मलेरिया, डेंगू, जापानी इंसेफ्लाइटिस सहित अन्य बीमारियां होने का खतरा रहता है। ज्ञात हो कि शहर में जापानी इंसेफ्लाइटिस के नए-नए रोगी रोजाना मिल रहे है। इससे स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है।
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बच्चों का रखें खास ख्याल
- छोटे बच्चों को ठंड से बचाएं।
- भरपूर कपड़े पहनाएं।
- स्कूल भेजते समय उन्हें गर्म कपड़े पहनाए।
- बच्चों को खाने में ठंडी चीजें ना दें।
-धूप से आने पर तुरंत पानी नहीं दें।
-रात में सोते समय उन्हें चादर या कंबल ओढाएं।
- पसीना ज्यादा देर तक ना रहने दें, तुरंत किसी सूखे कपड़े से पोंछे।
- बच्चों को ठंडा पानी ना दें।
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क्या कहते हैं चिकित्सक
बदलते सीजन में बॉडी को एडजस्ट करने में थोड़ा समय लगता है। इस बीच में खुद की केयर करना जरूरी है। इस सीजन में सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि ठंड से बचे।
डॉ. शुभोजित बनर्जी, शिशु रोग विशेषज्ञ, मर्सी अस्पताल
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