मेरा बेटा बेकसूर, अपराध में शामिल नहीं
जमशेदपुर : लगातार नौ घटनाओं के आरोपी अंजन शुक्ला (पुलिस जवान) समेत मनीष पांडेय व मंगल तिवारी की माताओं ने एक सुर में कहा कि उनका बेटा बेकसूर है, लेकिन पुलिस उन्हें अपराधी बनाने पर तुली हुई है। राजमणि देवी ने कहा कि उनका बेटा जब आनंद बिहारी दुबे का अंगरक्षक था, तो एक बार उसने परीक्षा देने के लिए दुबेजी से पूछकर छुट्टी ली थी। इसी बीच आनंद बिहारी ने एसपी (अखिलेश झा) से दूसरा गार्ड मांगा तो उन्होंने अंजन को भगोड़ा कहकर प्रताड़ित किया। उसे धूप में एक घंटा तक खड़ा कर दिया गया। जब बर्दाश्त नहीं कर पाया तो चल दिया। इससे पहले भी एक दो बार उसे विभागीय उच्चाधिकारियों ने प्रताड़ित किया। अंजन शुक्ला की पत्नी मांडवी देवी ने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार को उसका मोबाइल क्यों लिया? और लिया तो उसे बरामद क्यों नहीं दिखा रही है। इसी तरह आरोपी मंगल तिवारी की मा मानु देवी व मनीष पांडेय की मां इंदु देवी ने कहा कि यदि उनके बेटे ने अपराध किया है तो उसे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन यदि वह निर्दोष है तो पुलिस को उनका जीवन बर्बाद करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने पुलिस द्वारा पेश किए गए सबूत को भी संदेहास्पद बताते हुए कहा कि वे अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे। उन्हें पूरी उम्मीद है कि बिना ठोस सबूत के न्यायालय इन्हें सजा नहीं देगी। जुबिली पार्क में रविवार शाम को जुटे आरोपियों के परिवार में अंजन के फौजी भाई ने कहा कि इसी तरह पुलिस एक सीधे-सादे इंसान को अपराधी बना देती है। इन लड़कों का इससे पहले पुलिस में कोई आपराधिक रिकार्ड दर्ज नहीं था। एक मोहल्ले में रहने के कारण ये एक साथ घूमते-फिरते थे।