गर्मी का असर, खसरा के चपेट में बच्चे
संवाद सहयोगी, जमशेदपुर : बढ़ती गर्मी में खसरा का प्रकोप बच्चों को तेजी से बढ़ रहा है। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल का आंकड़ा देखा जाए तो प्रति सप्ताह 2-3 पीड़ित पहुंच रहें है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. केके चौधरी का कहना है कि पहले महीने में ज्यादा से ज्यादा एक खसरा पीड़ित पहुंचता था, लेकिन अब सप्ताह में 2-3 पीड़ित पहुंच रहें है। खसरा मुख्य रूप से नाक, सांस की नली और फेफड़ों का एक संक्रमण है, जो एक व्यक्ति से दूसरे तक आसानी से फैलता है। यह तब होता है, जब लोग इस्तेमाल किये टिशू को छूते हैं, पीने के गिलास आपस में बांटते हैं या हाथों को छूते हैं जिन पर संक्रमित बूंदें रहती है। एक बार जब वायरस शरीर में चला जाता है, संक्रमण नाक, सांस की नली और फेफड़ों, त्वचा और शरीर के अन्य अंगों में फैलता है। खसरा का लक्षण शुरू होने के एक से दो दिन पहले (या दो से तीन से पांच दिन पहले) से लेकर ददोरा प्रकट होने के चार दिन बाद तक दूसरों तक खसरा फैला सकता है। यह बच्चों में अधिक होता है।