पुण्य शुक्रवार पर याद किए गए यीशु मसीह
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : हाथों में बड़े-बड़े क्रॉस और होठों पर यीशु। शुक्रवार का दिन पुण्य शुक्रवार के रूप में याद किया गया, यानी गुड फ्राइडे। मसीहियों ने पवित्र शुक्रवार (गुड फ्राइडे) के दिन प्रभु यीशु के दुख भोग और मरण को पूरी आस्था के साथ याद किया। लौहनगरी के विभिन्न गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया। संत जोसेफ कैथेड्रल चर्च गोलमुरी में इस अवसर पर हुई प्रार्थना सभा में हजारों मसीही शामिल हुए।
प्रार्थना से पूर्व पवित्र क्रॉस को ढोकर मसीहियों ने यीशु के कष्ट को महसूस किया। क्रॉस को चर्च हॉल के उन 14 तस्वीरों के सामने से गुजारा गया जो प्रभु की परम पीड़ा दायक यातनाओं से मरण तक का चित्रण करते हैं। मसीहियों ने उस कष्ट का अनुभव किया जो यीशु ने दुनिया के पापों का नाश करने के लिए अपने शरीर पर झेले।
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संत योहन ने प्रभु के दुख भोग का पाठ सुनाया
गुड फ्राइडे के मौके पर संत जोसेफ कैथेड्रल चर्च में यीशु के दुख भोग और कष्टों पर मनन किया गया। संत योहन ने परमपिता परमेश्वर के संदेश सुनाए जिसमें उन्होंनें कहा कि यीशु ने हमारे पापों के कारण अत्याचार सहे।
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प्रभु के वचन : परमपिता इन लोगों के कष्टों को भी माफ करना, ये नहीं जानते कि वो क्या कर रहे हैं। प्रभु यीशु के इस संदेश के अनुसार बड़े गिरजाघर में विश्व शाति की प्रार्थना की गयी। जिसमें प्रभु उन लोगों के लिए भी परमपिता परमेश्वर से क्षमा मागते है। जो लोग उन्हें क्रॉस पर चढ़ाए जाने के दौरान यातनाएं दे रहे थे। मसीहियों ने विश्व शाति प्रेम और नम्रता के लिए परमपिता को याद किया और दुनिया को पापों से मुक्ति किया।
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इस्टर : जी उठेंगे यीशु
रविवार का दिन प्रभु के जी उठने का दिन है। प्रभु यीशु क्रिस्त ने अपने शिष्यों से कहा था कि वे अपनी मौत के तीसरे दिन दोबारा जी उठेंगे। शनिवार का दिन प्रभु के दोबारा जी उठने के लिए प्रार्थना का दिन है। आशा का दिन है। इस दिन समस्त शिष्य उनकी जी उठने का इंतजार करते हैं। इस्टर मृत्यु पर विजय का पर्व है। पापों पर जीत की खुशी का त्योहार है। प्रभु यीशु लोगों के पाप स्वयं भोग कर मृत्यु को प्राप्त करते हैं लेकिन जल्द ही उन्हें नया जीवन मिलता है।