निकम्मी व असंवेदनशील है एचसीएल
जागरण संवाददाता, घाटशिला : केन्द्रीय विद्यालय सुरदा में नामाकंन बंद होने के मामले को झारखंड विकास मोर्चा ने गंभीरता से लेते हुए मऊभंडार आइसीसी कंपनी गेट के समक्ष एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि के सांसद डा. अजय कुमार शामिल हुए। उन्होंने अपने संबोधन में एचसीएल/आईसीसी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि यह कंपनी पूरी तरह निकम्मी व असंवेदनशील हो गई है। कंपनी केन्द्रीय विद्यालय को न तो लीज दे रही है और न ही मरम्मतीकरण ऐसा कर कंपनी क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को बंद करने पर तुली है। उन्होंने सेंट्रल स्कूल के अभिभावकों से आग्रह किया कि अगर स्कूल की एक ईंट भी अगर गिरती है तो अभिभावक कंपनी प्रबंधन पर एफआइआर दर्ज करायें तभी कंपनी चेतेगी। उन्होंने कहा कि वें एचसीएल के पदाधिकारियों के खिलाफ केन्द्रीय खनन मंत्री को पत्र लिखेंगे और आवश्यकता पड़ी तो मामले को संसद में उठाएंगे। सांसद ने उपायुक्त व एसडीओ को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राष्ट्रपति शासन में भी ये लोग इस विद्यालय को लेकर गंभीर नहीं हैं। झारखंड की शिक्षा व्यवस्था की हालत ऐसी है कि यहां के लोग सिर्फ मनरेगा मजदूर ही बन सकते है। ईमानदार व्यक्ति ही इस राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिला सकता है। सांसद ने कहा कि एचसीएल/आईसीसी में पदाधिकारियों का वेतन तो बढ़ रहा है पर मजदूर वहीं के वहीं रुक जा रहे हैं। धरना कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री डा. दिनेश षडं़गी, चौधरी उमेश सिंह, मनोज प्रताप सिंह, गीता मुर्मू, निर्मला शुक्ला, साकेत अग्रवाल, सोमाई टुडू, प्रमोद मलाकार, विष्णु शर्मा, चंचल दास, चंचल गर्ग, रसराज भकत, अजय शाहा, विमल सिंह मुंडा, चंचल गर्ग, रामदास हांसदा सहित कई झाविमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
---------------------
चपरासी भी नहीं पैदा कर सकते सरकारी विद्यालय : षड़ंगी
घाटशिला : आइसीसी गेट के समक्ष शनिवार को धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डा. दिनेश षड़ंगी ने कहा कि झारखंड में सरकारी विद्यालयों की स्थिति ऐसी है कि यहां चपरासी भी पैदा नहीं हो सकते। ऐसे में इस क्षेत्र के एक मात्र केन्द्रीय विद्यालय को बंद करने की साजिश जिला प्रशासन से लेकर कंपनी प्रबंधन रच रहा है। इसका पुरजोर विरोध झामुमो करेगा।
-------------------
नहीं गए जीएम से मिलने
घाटशिला : सांसद डा. अजय कुमार को धरना कार्यक्रम के दौरान आइसीसी प्रबंधन की ओर से बुलावा आया है कि जीएम आपसे बात करने को इच्छुक है। लेकिन सांसद ने साफ शब्दों मे यह कहते हुए मना कर दिया कि जीएम को प्रोटोकॉल का पालन करते हुए धरना स्थल पर आना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं कर सकते तो वे भी उनसे मिलने नही जा नहीं सकते।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर