हजारीबाग-बरकाकाना रूट पर पहली बार दौड़ी ट्रेन
पहली बार हजारीबाग स्टेशन से बरकाकाना तक 57 किलोमीटर रेललाइन पर विशेष पैसेंजर ट्रेन दौड़ी।
जासं, हजारीबाग। कोडरमा-रांची रेललाइन के द्वितीय चरण का शुभारंभ बुधवार को हजारीबाग स्टेशन से हुआ। पहली बार हजारीबाग स्टेशन से बरकाकाना तक 57 किलोमीटर रेललाइन पर विशेष पैसेंजर ट्रेन दौड़ी। इस ऐतिहासिक मौके पर ट्रेन को नई दिल्ली से रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वीडियो लिंक के माध्यम से हजारीबाग स्टेशन से रवाना किया। हजारीबाग स्टेशन पर नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने हरी झंडी दिखाई। दोपहर 12.55 बजे ट्रेन बरकाकाना के लिए रवाना हुई।
इस मौके पर रेलमंत्री ने कहा कि इस रूट की शुरुआत के साथ ही झारखंड के विकास में नया पन्ना जुड़ गया है। रेल मंत्रालय झारखंड में बड़े पैमाने पर निवेश करेगा। राज्य सरकार से भरपूर सहयोग मिल रहा है। जहां पिछली सरकार झारखंड पर 457 करोड़ का सालाना निवेश करती थी, वहीं वर्तमान सरकार पिछले वर्ष 1544 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। आगामी सत्र में 2782 करोड़ का निवेश होगा। झारखंड की 30 परियोजनाओं पर कुल 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। इससे राज्य में रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। रेल मंत्री ने कहा कि झारखंड के साथ साझेदारी कर रेल परियोजनाओं को गति दी जा रही है।
यशवंत सिन्हा को किया याद
अपने संबोधन के दौरान रेलमंत्री ने पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा के योगदान को भी याद किया। साथ ही बरकाकाना से रांची तक रेललाइन परियोजना का काम बहुत जल्द पूरा होने की बात कही। ज्ञात हो कि कोडरमा से हजारीबाग रेललाइन के पहले चरण का उद्घाटन 20 फरवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हजारीबाग स्टेशन से किया था।
अब धरती आबा एर्नाकुलम एक्सप्रेस
दिल्ली में कार्यक्रम के दौरान ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची- एर्नाकुलम एक्सप्रेस का नाम बदलकर धरती आबा एर्नाकुलम एक्सप्रेस करने की मांग रेल मंत्री से की। इसपर रेल मंत्री ने तत्काल सहमति जताते हुए ट्रेन का नाम भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर करने की घोषणा की। कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के योगदान पर पूरा देश गर्व करता है। ट्रेन का नाम अब धरती आबा एर्नाकुलम एक्सप्रेस होगा।
रेवेन्यू सबसे ज्यादा, सुविधाएं मिलती रही हैं कम : सीएम
रेलमंत्री के साथ मौजूद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि यह राज्य की जनता के लिए खुशी का दिन है। उन्होंने राज्य में रेलवे की सुविधाओं पर सवाल उठाया। कहा कि झारखंड प्रारंभ से ही रेलवे को रेवन्यू देने में आगे रहा है, लेकिन उसे सुविधाएं उस मुताबिक नहीं मिलती रही है। ट्रेनों की कमी है। उन्होंने रेल मंत्री से झारखंड पर विशेष ध्यान देने की मांग की ।
बरकाकाना तक ट्रेन से पहुंचे जयंत सिन्हा
ट्रेन की शुरुआत पर लोगों के साथ-साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा भी काफी उत्साहित दिखे। स्वयं ट्रेन में सवार होकर हजारीबाग के बरकाकाना तक पहुंचे। झंडी दिखाने के पूर्व अपने पिता सह पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा का खास आभार जताया। कहा कि राज्य के विकास में रह रेललाइन मील का पत्थर साबित होगी। पिछले 10 वर्षों से यह रेल परियोजना कछुए की गति से चल रही थी, लेकिन हमारी सरकार ने इसे गति दिया है। लोगों का सपना साकार हुआ है।
जल्द दौड़ेगी बरकाकाना-पटना इंटरसिटी
कार्यक्रम में पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक डीके गायेन ने कहा कि जल्द ही तीसरे चरण के तहत बरकाकाना से रांची रेललाइन का कार्य भी पूरा किया जाएगा। उम्मीद है कि मार्च 2018 तक परियोजना का काम पूरा कर लिया जाएगा। नए रुटों पर ट्रेनों के परिचालन पर कहा कि फिलहाल तो बरकाकाना-पटना इंटरसिटी ट्रेन के परिचालन का प्रस्ताव मंत्रालय को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी स्वीकृति मिल जाएगी।
दो जोड़ी ट्रेन का बरकाकाना तक हुआ विस्तार
रेल लाइन की शुरुआत के साथ ही पूर्व से कोडरमा से हजारीबाग तक चल रही दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेन का विस्तार अब बरकाकाना तक कर दिया गया है। गुरुवार से यह निर्धारित समय से कोडरमा और बरकाकाना जंक्शन से खुलेगी। बरकाकाना से 53372 नंबर ट्रेन सुबह छह बजे और 53374 शाम सात बजे खुलेगी। हजारीबाग स्टेशन पहुंचने का इसका समय सुबह 7.40 व संध्या 7.40 निर्धारित है।