खबरें विभावि की .....डॉ. कलाम पर हुई संगोष्ठी
जासं, हजारीबाग : पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. एसजे अब्दुल कमाल ने शिक्षा में कर्मवाद के अस्तित्व को महत
जासं, हजारीबाग : पूर्व राष्ट्रपति स्व. डॉ. एसजे अब्दुल कमाल ने शिक्षा में कर्मवाद के अस्तित्व को महत्व दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार के निराकरण के लिए अभिभावक व गुरू की महत्ता को स्पष्ट किया। यह बातें विभावि स्नातकोत्तर शिक्षाशास्त्र विभाग में मंगलवार को आयोजित संगोष्ठी में कही गयीं, जिसका विषय था डॉ. कलाम के व्यक्तित्व व कृतित्व में शिक्षा का स्वरूप मालूम हो कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम का निधन विगत सोमवार को हो गया। उनकी स्मृति में आयोजित इस संगोष्ठी में निदेशक डॉ. माग्र्रेट लकड़ा, शिक्षक डॉ. तनवीर यूनुस व डॉ. मृत्युंजय प्रसाद, पूर्व छात्र नीतेश कुमार के अलावा दर्जनों विद्यार्थी मौजूद थे।
सभी पदाधिकारी रांची गये
कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह, प्रतिकुलपति डॉ. मनोरंजन प्रसाद सिन्हा व कुलसचिव डॉ. सुबोध कुमार सिन्हा ने मानव संसाधन की बैठक में मंगलवार को भाग लिया यह जानकारी विभावि सूत्रों ने दी।