सगी बहनों ने मजदूरी व न्याय की लगाई गुहार
गुमला : घाघरा प्रखंड के शिवराजपुर भुवाल टोली की दो सगी बहनों ने कानपुर के सरप्रीत ¨सह सलूजा के घर मे
गुमला : घाघरा प्रखंड के शिवराजपुर भुवाल टोली की दो सगी बहनों ने कानपुर के सरप्रीत ¨सह सलूजा के घर में एक ने सात साल और एक ने चार साल काम किया लेकिन मकान मालिक ने उन दोनों बहनों को फूटी कौड़ी भी नहीं दी। घर लौटने के बाद सांसद प्रतिनिधि सुरेश ¨सह ने दोनों सगी बहनों को मजदूरी व न्याय दिलाने के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया।
बड़ी बहन घुड़ो ने बाल कल्याण समिति के समक्ष कहा कि जोराडांड़ आस पास का एक संतोष नामक युवक ने उसे मार्च 2009 के आस-आस कानपुर ले गया था। उसे सरप्रीत ¨सह के घर काम लगवा दिया था। लगभग डेढ़ साल के बाद पिता तेतरु उरांव ने उसे लेने के लिए कानपुर गया तब सरप्रीत ¨सह ने उसके साथ उसकी बेटी को भेजने से इन्कार कर दिया। कहा कि बेटी को ले जाओगे तो यहां कौन काम करेगा।
घुड़ो उरांव के अनुसार उसके पिता के साथ भी सरप्रीत ने दुर्व्यवहार भी किया और कहा कि जब तक छोटी बेटी को लेकर नहीं आएगा इसे नहीं जाने देंगे। लाचार पिता ने घर लौट गया और कुछ दिन बाद छोटी बेटी को भी लेकर गया। तब सरप्रीत उसकी छोटी बहन को भी घर पर रख कर काम कराने लगा और पिताजी के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए वापस भेज दिया। इस बात से घुड़ो का काफी आहत हुई और वह सरप्रीत के घर से भाग गई और चाइल्ड लाइन में छोटी बहन के बंधक होने की शिकायत की। उसके शिकायत पर बाल कल्याण समिति कानपुर ने छोटी बहन को छुड़ाने में मदद की और वे बाल कल्याण समिति के माध्यम से वापस लौट गईं। उसका कहना है कि वह अब काम करने बाहर नहीं जाएगी। अपने घर में रहकर कोई व्यवसाय करेगी और छोटी बहन को पढ़ाएंगे। वह बाल कल्याण समिति के समक्ष आवेदन देकर सरप्रीत ¨सह से मजदूरी व न्याय दिलाने की मांग की है।