नदी में डूबने से सात वर्षीय छात्र की मौत
गुमला : देवाकी बाबाधाम के समीप जय सरना लुरखुरिया स्कूल के छात्रावास में रह रहे छात्र अर्पित उरांव (7
गुमला : देवाकी बाबाधाम के समीप जय सरना लुरखुरिया स्कूल के छात्रावास में रह रहे छात्र अर्पित उरांव (7 वर्ष) की मौत बुधवार की शाम नदी में डूबने से हो गई। वह प्रथम कक्षा का छात्र था। अर्पित लोहरदगा के छतर बगीचा निवासी प्रदीप उरांव का पुत्र है। पिछले चार माह से छात्रावास में रहकर वह पढ़ाई कर रहा था। स्कूल का संचालन राजी पड़हा ¨हदी जिनियस वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से किया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने ही अर्पित के परिजन घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने इस घटना के लिए विद्यालय व छात्रावास प्रबंधन को जिम्मेवार ठहराते हुए पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है। बुधवार की शाम जब अर्पित को विद्यालय कैंपस में नहीं देखा गया, तो उसकी खोजबीन शुरू हुई। गुरुवार की सुबह अर्पित का शव नदी से बरामद हुआ। उसकी बुआ लक्ष्मी देवी ने विद्यालय परिसर में जमकर हंगामा मचाया और विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। अर्पित के परिजनों ने स्कूल में ताला बंद करने का प्रयास की लेकिन ग्रामीणों के समझाने पर वह शांत हो गई। अर्पित के आकस्मिक मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों के आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। महिलाएं रोते बिलखते प्रबंधन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त कर रही थीं।
13 घंटे बाद परिजनों ने पुलिस को दी सूचना
विद्यालय से थाना की दूरी महज पांच किलोमीटर है, लेकिन प्रबंधन ने समय पर इस मामले की सूचना पुलिस को नहीं दी। लगभग 13 घंटे बाद परिजनों ने घाघरा थाना को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजेंद्र रजक घटना स्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला भेज दिया।
न चारदीवारी, न ही शौचालय
आवासीय विद्यालय होने के बावजूद विद्यालय में न तो चारदीवारी है और न ही शौचालय। विद्यालय छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राएं शौच व स्नान आदि के लिए प्रतिदिन अड़िया नदी जाते हैं। यहां तक की भोजन के बाद थाली की धुलाई के लिए भी बच्चों को नदी भेजा जाता है।
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यह एक दुर्घटना है। इसमें विद्यालय प्रबंधन का कोई दोष नहीं है। छात्र की मौत से पूरा विद्यालय प्रबंधन मर्माहत व दुखी है।
- जयपाल उरांव, अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंधन समिति।