कला संकाय में अरबाज बने जिला टॉपर
गुमला : झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा बुधवार को घोषित इंटरमीडिएट कला संकाय के परिणाम में प्लस टू उच्
गुमला : झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा बुधवार को घोषित इंटरमीडिएट कला संकाय के परिणाम में प्लस टू उच्च विद्यालय भरनो के छात्र अरबाज आलम जिला टॉपर बनने का गौरव हासिल किया है। उसकी सफलता पर पूरे परिवार में खुशी व्याप्त है। अरबाज के परिजनों ने मुंह मीठा कर टॉपर बनने पर बधाई देते हुए आगे भी इसी तरह की सफलता प्राप्त करने की उम्मीद जताई। अरबाज को कुल 373 अंक प्राप्त हुआ है। वहीं अरबाज के अलावे कई प्रतिभावान छात्र-छात्राएं टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहे हैं।
टाप टेन छात्र-छात्राओं के नाम व प्राप्तांक.
अरबाज आलम प्लस टू उवि भरनो 373 अंक, बसंती केरकेट्टा संत इग.उवि गुमला 356 अंक, अंजनी कुमारी केजीबीवी रायडीह 355 अंक, अनिता कुजूर पंपापुर इंटर कॉलेज पालकोट 353 अंक, निशा तिर्की उर्स.गर्ल्स इंटर कॉलेज गुमला 351 अंक, जया किस्फोटा उर्स.गर्ल्स इंटर कॉलेज गुमला 349 अंक, बसंत ¨मज पंपापुर इंटर कॉलेज पालकोट 348 अंक, सुचिता कुमारी उर्स.गर्ल्स इंटर कॉलेज. गुमला 348 अंक, संध्या कुमारी उर्स. गर्ल्स इंटर कॉलेज गुमला 346 अंक, नेहा एक्का संत इग.उवि गुमला 345 अंक, बरखा कुमारी बैजनाथ जालान कॉलेज सिसई 343 अंक।
आर्मी अफसर बन देश सेवा का है सपना : अरबाज
गुमला : इंटर की परीक्षा में जिला टापर बनने का गौरव हासिल करने वाले भरनो के दर्जी मुहल्ला निवासी मुमताज आलम के पुत्र अरबाज आलम आर्मी अफसर बनकर देश सेवा करना चाहते हैं। अरबाज ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के बेहतर मार्गदर्शन को देते हुए कहा कि उनका सपना बड़ा आर्मी अफसर बनकर देश सेवा करने का है। उसने कहा कि बेहतर मार्गदर्शन व लगन से की गई पढ़ाई के कारण ही सफलता मिली है। वहीं अरबाज के पिता ने कहा कि अरबाज शुरू से ही मेधावी रहा है और परिजनों को उम्मीद थी कि परीक्षा में वह बेहतर करेगा। उन्होंने कहा कि अरबाज जिस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है उसे आगे बढ़ाने में वह हर संभव सहयोग करेंगे।
इंटरनेट कैफे में परिणाम जानने के लिए लगी रही भीड़
गुमला : इंटर कला का परिणाम बुधवार को घोषित होने की सूचना अखबारों में प्रकाशित होने के बाद परीक्षार्थी दोपहर 12 बजे के बाद से ही इंटरनेट कैफे पहुंचकर अपना परिणाम जानने की कोशिश करने लगे। वहीं जब नेट पर परिणाम लोड हुआ तो कैफे में धीरे-धीरे और भीड़ बढ़ती रही और जो अच्छे अंक से पास हो रहे थे वे खुश नजर आ रहे थे एवं दोस्तों की बधाई स्वीकार कर रहे थे। वहीं कम अंक प्राप्त करने वाले के चेहरे पर उदासी देखी गई।