काम की तलाश में 15 परिवार कर गए पलायन
बसिया : प्रखंड के लुंगटू पंचायत का एक हजार जनसंख्या वाला निनई गांव के पंद्रह परिवार के सभी सदस्य रोज
बसिया : प्रखंड के लुंगटू पंचायत का एक हजार जनसंख्या वाला निनई गांव के पंद्रह परिवार के सभी सदस्य रोजगार की तलाश में पलायन कर गए हैं। जिनमें बेरोनिका बारला, नकुल सोलंकी, मुकेश उरांव, केश्वर सोलंकी, राजेश सोलंकी, फुलचंद सोलंकी, कृष्णा बारवा, गीता देवी, हरीश गोप, रेणु राम, मैनू राम, फागु खड्यिा, विनोद साहु शामिल हैं। गांव के अलग-अलग परिवार के 62 लोग भी काम की तलाश में महानगर की ओर रूख कर गए हैं। इस संबंध में प्रमुख ओरियानी बाड़ा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत योजनाओं का कार्यान्वयन अधिकारियों द्वारा सही समय पर नहीं किया जाता है। जिसके कारण मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पाती है। काम के लिए पलायन कर जाते हैं। वार्ड सदस्य लीलावती देवी से पूछे जाने पर बताया कि पंचायत चुनाव होने के बाद इस गांव में रोजगार सृजन के लिए मनरेगा से पिछले दो वर्षों में महज तीन योजनाएं ही संचालित किए गए हैं। जबकि मनरेगा का उद्देश्य गांव में रोजगार सृजन कर पलायन को रोकना है। मुखिया शीतल देवी ने बताया कि मनरेगा में समय से मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं होने के कारण मजदूर काम करना नहीं चाहते हैं। रोजगार की तलाश में पलायन कर जाते हैं। फूलचंद यादव ने कहा कि हमारा क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है यहां किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाता है। सहदेव राम ने कहा कि प्रशासन रोजगार सृजन के लिए योजनाएं चलाती तो लोग पलायन नही करते। प्रभा कुल्लू ने कहा कि हम महिलाओं के समक्ष भी बेरोजगारी की समस्या रहती है। इससे हमारे परिवार के सदस्य रोजी-रोजी के लिए बाहर चले जाते हैं।