दिल्ली में बेची गई दो नाबालिग लौटी
गुमला : गुमला से नाबालिगों को अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर दिल्ली जैसे महानगरों में ले जाकर बे
गुमला : गुमला से नाबालिगों को अच्छी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर दिल्ली जैसे महानगरों में ले जाकर बेचने का धंधा बदस्तूर जारी है। कई सामजिक संस्थाओं द्वारा नाबालिगों को रेसक्यू कर घर वापस भेजने का काम भी किया जा रहा है। कुछ दिन पहले अपने घर लौटी मानव तस्करी की शिकार डुमरी व रायडीह प्रखंड की दो नाबालिगों ने बुधवार को बाल कल्याण समिति के दफ्तर पहुंची एवं उनको दिल्ली में बेचनेवाले ट्रैफिकर के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत की।
डुमरी में अपने घर लौटी नाबालिग ने बताया कि एक दिन स्कूल से घर आने के दौरान पास के गांव सिरसी की महिला मीरा से उसकी मुलाकात हुई थी जो अक्सर दिल्ली आती-जाती थी। उसने मीरा से दिल्ली शहर के बारे में पूछा तो मीरा ने उसे दिल्ली घुमाने की बात कही। दिल्ली घुमने के प्रलोभन में वह मीरा के साथ दिल्ली चली गई एवं मीरा ने उसे दिल्ली में अपने आवास पर तीन माह रखा। उसके बाद उसे दिल्ली के रमेश नगर में मानिक नामक व्यक्ति के घर नौकरानी के काम पर लगा दिया एवं इसके एवज में मानिक से पैसा ले लिया। वहां बीस दिन उसने काम किया एवं इसी दौरान मानिक के घर पुलिस ने छापामारी की। जिसमें मानिक के घर से उसे निर्मल छाया संस्था के सुपुर्द कर दिया। डेढ़ माह वहां रहने के बाद वह कुछ दिन पहले अपने घर लौटी है। बताया कि वह अब दिल्ली नहीं जाएगी एवं कस्तूरबा में पढ़ाई करेगी।
वहीं रायडीह प्रखंड की दूसरी नाबालिग ने बताया कि उसे भी बीते वर्ष के नवंबर माह में रितेश नामक व्यक्ति बहलाकर दिल्ली ले गया एवं सकरपर में सोनी इंटरप्राइजेज चलानेवाले सोनी के पास ले जाकर छोड़ दिया। सोनी ने उसे सिविल लाइन के गौरव नामक व्यक्ति के घर नौकरानी के रूप में रखवा दिया। वहां ग्यारह महीना काम किया एवं मालिक द्वारा उसे 22 हजार दिया गया। लेकिन सोनी ने पैसा घरवालों को भेज देने की बात कह पैसा अपने पास रख लिया। इसके बाद उसे बसंत कुंज में शिवानंद नामक व्यक्ति के घर नौकरानी के काम पर लगवा दिया वहां भी कुछ माह काम की लेकिन पैसा सोनी ने ले लिया। बाद में उसे रितेश दिल्ली जाकर वापस घर लेकर आया। वहीं बाल कल्याण समिति के अलख नारायण व संजय कुमार ने बताया कि लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है। कार्रवाई के लिए आवेदन को थाना भेज दिया जाएगा।