गुमला----स्वच्छता अभियान की खुल रही पोल
गुमला : शहरी क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान पूरी तरह बेअसर साबित हो रहा है। नगर पंचायत की ओर से इस
गुमला : शहरी क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान पूरी तरह बेअसर साबित हो रहा है। नगर पंचायत की ओर से इस अभियान में रूचि नहीं लेने से अभियान की पोल खुलने लगी है। गली-मुहल्लों में दीपावली पर्व पर साफ-सफाई नहीं कराई गई। जगह-जगह पर कूड़ा-कचरा का अंबार दीपावली के पहले से पड़ा हुआ है। लगभग दस दिन पहले नगर पंचायत के बोर्ड की बैठक में स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए हरके वार्ड में अतिरिक्त मजदूर लगाकर सफाई कराने और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, कोई काम शुरू नहीं हो सका। नगर पंचायत के अधिकारी सिर्फ बयानबाजी कर अपने कर्तव्य का इतिश्री समझ रहे हैं। नगर पंचायत के रुख को देखकर लग रहा है कि महापर्व छठ पर भी मुहल्लों की साफ-सफाई नहीं हो सकेगी। केवल मुख्य मार्गो के किनारे जहां से प्रशासनिक पदाधिकारी गुजरते हैं वैसे मार्ग के किनारे पड़े कचरों की सफाई कराई जा रही है। सफाई के बाबत पूछे जाने पर नगर पंचायत के अधिकारी प्रेम कुमार महतो ने सरकारी छुट्टी होने के कारण मजदूरों के काम पर नहीं आने की बात कही। वहीं दूसरी ओर शहर के लोग भी स्वच्छता अभियान से जुड़ते नहीं दिख रहे। दीपावली पर छोड़े गए पटाखे और अन्य सामग्रियों को घर के बाहर या सड़क के किनारे फेंक कर छोड़ दिया गया है। कुछ लोगों ने बताया कि गंदगी उठाकर ले जाने का काम नगर पंचायत का है। ऐसे में शहर में स्वच्छता अभियान का उद्देश्य कितना सफल हो रहा है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।