यक्ष्मा नियंत्रण जागरुकता शिविर का आयोजन
गुमला : जिला यक्ष्मा नियंत्रण समिति द्वारा चैनपुर प्रखंड के रामपुर स्थित हॉली क्रॉस सिस्टर सोसायटी भवन में यक्ष्मा नियंत्रण जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एमओटीसी डॉ. दिलीप खेस ने कहाकि यक्ष्मा एक घातक व संक्रमण वाली बीमारी है। इस कारण इससे ग्रसित रोगियों को रोगमुक्त करने के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है। बताया कि डाट्स पद्धति के माध्यम से रोग को दूर करने का प्रयास किया जाता है। बीमारी के फैलाव पर रोक के लिए समाज के सभी वर्गो को जागरुक होने की बात कही। चैनपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. बुका उरांव ने कहा कि इस बीमारी के पूर्ण उपचार में छह माह से दो वर्ष तक का समय लगता है। इस दौरान रोगियों को नियमित दवा का सेवन व चिकित्सकीय परामर्श के साथ समय-समय पर बलगम की जांच करानी आवश्यक होती है। दवा को बीच में छोड़ देने से होनेवाले दुष्परिणामों के बारे में भी जानकारी दी। हॉली क्रॉस सिस्टर सोसायटी रामपुर के सचिव सिस्टर सुनीला ने रोगियों के घोषणा पत्र के माध्यम से उनके अधिकार व कर्तव्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एसटीएच सुधांशु मिश्रा, पवन कुमार, राजमुनी, बालमुकुंद भगत सहित ग्रामीण उपस्थित थे।