वाहनों की संख्या बढ़ी, पार्किंग नदारद
गुमला : जिले में दो पहिया समेत अन्य वाहनों की संख्या में लगातार इजाफा होता गया लेकिन शहर में कहीं भी पार्किंग की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। रोज-रोज शहर में हो रहे सड़क जाम, वाहनों के ठहराव को लेकर पुलिस व आम लोगों के बीच बहस इस शहर की एक पहचान बनती जा रही है। शहरी क्षेत्र में पिछले पांच वर्षो की तुलना में विभिन्न श्रेणी के वाहनों की संख्या चार गुणा से भी ज्यादा बढ़ चुकी है। लेकिन उसकी तुलना में सड़कों का विस्तार भी नहीं हुआ। सड़कें काफी चौड़ी नहीं होने के कारण सड़कों के किनारे लोगों को अपना वाहन खड़ा कर खरीदारी एवं अन्य कार्य करने की विवशता होती है। इस कारण सड़क जाम की समस्या बनी रहती है। वाहनों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती रही है। लेकिन प्रशासन द्वारा कहीं भी दो पहिया या चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। नगर पंचायत द्वारा पार्किंग के नाम पर तीन पहिया वाहनों के लिए पालकोट रोड में एक पड़ाव का निर्माण कराया गया था, लेकिन काफी संकीर्ण होने के कारण इसका उपयोग वाहन पार्किग के लिए नहीं होता। इधर-उधर गाड़ियां खड़ी रहती है जिससे आम लोगों को भी आने-जाने में काफी परेशानी होती है।
खरीदे गए वाहनों का आकड़ा
वर्ष वाहनों की संख्या
2009 4060
2010 5901
2011 3950
2012 4996
2013 4786
रेड-ग्रीन सिग्नल सपना
गुमला शहर में टै्रफिक कंट्रोल के लिए आधुनिक उपकरण रेड-ग्रीन सिग्नल शहर वासियों के लिए सपना बना हुआ है। शहर में अपने तरीके से ट्रैफिक चलती है। चौक-चौराहों पर साधारण पुलिसकर्मियों से ट्रैफिक नियंत्रण का कार्य करवाया जाता है। पुलिस के जवानों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।