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जानिए, क्यों बेटी का शव बाइक पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा

मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान ले लिया जिसके बाद पूरा प्रशासनिक महकमा रेस हो गया।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 08 Dec 2017 12:26 PM (IST)Updated: Fri, 08 Dec 2017 12:26 PM (IST)
जानिए, क्यों बेटी का शव बाइक पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा
जानिए, क्यों बेटी का शव बाइक पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा

गोड्डा, जेएनएन। अस्पताल में एंबुलेंस नहींं मिलने पर एक व्यक्ति को अपनी बेटी का शव बाइक पर लाद कर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। घटना झारखंड के गोड्डा की है।

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इधर, शव ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं कराने के आरोपों को उपायुक्त डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह ने गंभीरता से लिया है। इस आशय की तस्वीर गुरुवार को अखबार में प्रकाशित होने के बाद एसडीओ नमन प्रियेश लकड़ा को इस मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।

इसके बाद एसडीओ व एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने गुरुवार को सदर प्रखंड की कुर्मीचक पंचायत के पेलगढ़ी गांव में जाकर महादेव साह व अन्य लोगों से पूछताछ की। एसडीओ नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि परिजनों ने स्वीकार किया कि उन लोगों ने शव ले जाने के लिए वाहन का अनुरोध नहीं किया।

एसडीओ ने बताया कि महादेव साह को अस्पताल में ही किसी ने कह दिया कि ज्यादा देर यहां रुकने पर मामला पुलिस के पास पहुंच जाएगा, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराना होगा। इसक्रम में काफी रात हो जाएगी। इस वजह से परिजन बाइक पर ही शव लेकर चले गए।

उधर, इस मामले में बुधवार को ड्यूटी पर तैनात सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चमकलाल वैद्य ने एसीएमओ को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। डॉ. वैद्य ने बताया कि बुधवार की शाम करीब 4.20 बजे सदर अस्पताल के इमरजेंसी में रोड एक्सीडेंट का एक गंभीर मरीज आया था।

इसी बीच कुछ लोग 12-14 साल की बच्ची ललिता कुमारी को लेकर आए। उसकी जांच की तो उसे मृत पाया। मृत्यु पंजीकरण रजिस्टर में नाम दर्ज कराने के लिए उसे कक्ष में आने को कहा फिर मरीजों को देखने लगा। बाद में उक्त बच्ची के बारे में पूछा तो पता चला कि परिजन उसे लेकर चले गए हैं। कर्मियों ने बताया कि हमलोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश कि, लेकिन परिजन बाइक पर ही शव लेकर चले गए।

मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला 

बताया जाता है कि बाइक पर शव ले जाने की तस्वीर किसी ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर दी। मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान ले लिया जिसके बाद पूरा प्रशासनिक महकमा रेस हो गया। बुधवार की रात ही डीसी ने मामले की जांच का आदेश दे दिया। गुरुवार की शाम तक प्रशासन को एसडीपीओ की रिपोर्ट भी मिल गयी थी।

विधायक ने भेजी सहायता राशि

मामला संज्ञान में आने के बाद गोड्डा विधायक अमित मंडल ने गुरुवार को अपनी ओर से पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता भेजी। विधायक ने बताया कि सदर अस्पताल में संसाधनों की कमी है। इस मामले से वे मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे और आवश्यक पहल करने का अनुरोध करेंगे।

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