रजबांध का तटबंध टूटा, डूबे खेत
गोड्डा : स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जमनीकोला पंचायत स्थित सुराकित्ता गांव के पास स्थित रजबांध क
गोड्डा : स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जमनीकोला पंचायत स्थित सुराकित्ता गांव के पास स्थित रजबांध का तटबंध शनिवार को अहले सुबह टूट गया। इससे काफी पानी आसपास के खेतों में चला गया। करीब पांच बीघा खेत इस पानी से डूब गए तथा एक बीघा खेत पानी के कटाव में बह गए।
रजबांध में शीतली नदी के पानी का ठहराव होता है। पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से बांध में काफी पानी जमा हो चुका था। इस पानी के दबाव को बांध का तटबंध रोक नहीं पाया और यह शनिवार की अहले सुबह टूट गया। इस तट बंध के टूट जाने से आसपास के गांवों को क्षति तो नहीं हुई, लेकिन बांध के आस पास के खेत पूरी तरह से पानी में डूब गए और लगभग एक बीघा जमीन इस पानी के कटाव में बह गए।
इस तटबंध का निर्माण तीन दशक पूर्व हुआ था। इस बांध से करीब चार गांवों की सिंचाई होती थी। लेकिन अब इस बांध के टूट जाने से आने वाले दिनों में किसानों को अपने खेतों की सिंचाई करने में परेशानी होगी। इधर ग्रामीणों ने इस बांध को जल्द से जल्द ठीक करने की मांग की है।
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रजबांध को लेकर फेंका-फेंकी चालू
संवाद सहयोगी, गोड्डा : बसंतराय में पानी के भारी दबाव से टूटे रजबांध के मामले पर विभागीय फेंका-फेंकी आरंभ हो गई है। इस रजबांध को सरकार का कोई भी विभाग अपना बताने को तैयार नहीं है। लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता महेश प्रसाद ने कहा कि यह बांध उनके विभाग में नहीं आता है। यह सिंचाई प्रमंडल का है। उन्होंने इसकी सारी जवाबदेही सिंचाई प्रमंडल महागामा को सौंप दी। इधर जब इस मामले की जानकारी सिंचाई प्रमंडल महागामा से ली गई तो उनका कहना था कि यह लघु सिंचाई विभाग के अंतर्गत आता है। इसलिए इसकी निगरानी अथवा देखरेख की उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। ऐसे में अब रजबांध के आसपास रहने वाले किसान भगवान भरोसे हैं। इधर स्थिति यह है कि यदि इसके तटबंध को यथाशीघ्र ठीक नहीं किया गया तो आसपास के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।