अनाज वितरण में वसूली की शिकायत
संसू, बसंतराय : प्रखंड में इन दिन अनाज वितरण के नाम पर लूट मची हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि
संसू, बसंतराय : प्रखंड में इन दिन अनाज वितरण के नाम पर लूट मची हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय डीलर की ओर से प्रति माह राशन नहीं दिया जाता। जबकि इस बार सरकार की ओर से अतिरिक्त चावल का आवंटन भी किया गया है। बीपीएल कार्डधारियों को नाम जोड़ने के लिए भी डीलर पर पैसे मांगने के आरोप लगे हैं। जबकि डीलर की बातें मानें तो राशन कार्ड बनाने के लिए पदाधिकारियों की ओर से वसूली की जाती है। जबकि पदाधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है।
बसंतराय प्रखंड में गरीबों के साथ राशन देने के नाम पर जो धंधा चल रहा है इसकी बानगी बुधवार को देखने को मिली। केवां पंचायत के ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन देकर प्रखंड कार्यालय में गुलबहार एंव गुलशनबहार स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गयी है। दिए गए आवेदन में ग्रामीणों का आरोप है कि जो पिछले दस वर्षो से बीपीएल के तहत जन वितरण अनाज का उठाव कर रहे थे। उनका नाम डीलर द्वारा सूची से हटाकर वैसे लोगों का नाम बीपीएल में नाम अंकित किया गया है। जो सरकारी पद पर आसीन हैं पक्के का महल है। उनका नाम अतिरिक्त बीपीएल सूची में कर दिया गया है। बीपीएल कार्डधारी मजहरूल, नजीरूद्दीन, रफीक, मनीर, युनूस, शमसूल, मजीद आदि लोगों ने बुधवार को बसंतराय प्रखंड कार्यालय में आकर डीलर के खिलाफ आवेदन देकर प्रदर्शन भी किया। इन सभी का आरोप है कि कई वर्षो से ये लोग भूमिहीन मजदूर होने के नाते चावल का उठाव कर रहे थे। लेकिन डीलर द्वारा बताया गया कि उनका नाम सूची से हटा दिया गया है। जबकि नयी सूची में नसीमुद्दीन, ताहिर, जैनूल, हफीज, इनमें से कई सरकारी पद पर आसीन हैं एवं पक्के का मकान भी है। इन सभी का नाम बीपीएल सूची में दर्ज कर लिया गया है। आरोप यह भी है कि इस संबंध में जिला प्रशासन के साथ-साथ बसंतराय के बीडीओ को भी आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की गयी। साथ ही साथ पंचायत के मुखिया को भी हालात की जानकारी दी गयी लेकिन मुखिया ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया। नतीजतन डीलर से मुखिया के मिलीभगत होने की भी चर्चा आम हो गयी है।