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ठाकुरगंगटी को मिले अनुमंडल का दर्जा

संसू, ठाकुरगंगटी : ठाकुरगंगटी को अनुमंडल बनाने की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प

By Edited By: Published: Wed, 28 Jan 2015 01:27 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jan 2015 01:27 AM (IST)
ठाकुरगंगटी को मिले अनुमंडल का दर्जा

संसू, ठाकुरगंगटी : ठाकुरगंगटी को अनुमंडल बनाने की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव के ग्रामीणों ने प्रखंड कार्यालय परिसर में मंगलवार से दो दिवसीय धरना शुरू किया।

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अनुमंडल संघर्ष समिति ठाकुरगंगटी के बैनर तले संपूर्ण प्रखंडवासियों के जन सहयोग से इस कार्यक्रम को धारदार बनाया जा रहा है। कार्यक्रम में मिश्र गंगटी, मोरडीहा, रूंजी, बनियाडीह, चपरी, चांदा, माल मंडरो, तेतरिया माल आदि पंचायतों के विभिन्न गांवों के लगभग 400 से अधिक ग्रामीणों ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रखंड में पुराने राज्य बिहार के समय में ख्याति प्राप्त अवार्ड का दर्जा प्राप्त करने वाले हरिदेवी रेफरल अस्पताल, प्रखंड कार्यालय, महाविद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय, बालिका उच्च विद्यालय, पशु चिकित्सालय, थाना, डाकघर का पखंड स्तरीय कार्यालय दूरभाष का प्रखंड स्तरीय कार्यालय, विद्युत सब स्टेशन सहित अन्य सरकारी-गैर सरकारी व स्वयंसेवी संस्थानों के कार्यालय अवस्थित हैं। इसके अलावा बीएसएनएल, एयरटेल, एयरसेल, रिलायंस, बोडा फोन सहित अन्य मोबाइल नेटवर्क का भी कनेक्शन जारी है। इस ठाकुरगंगटी का नाम भारत के मानचित्र में झारखंड की राजधानी रांची, बिहार की राजधानी पटना और देश की राजधानी दिल्ली तक में अलग ख्याति प्राप्त है। इस धरती के पुत्र पूर्व राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर के अथक प्रयास से ही इस ठाकुरगंगटी में अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं। स्व. ठाकुर की अंतिम इच्छा ठाकुरंगटी को अनुमंडल बनाने की थी। जो अधूरी रह गयी। अब संपूर्ण प्रखंडवासी आंदोलन को तेज करते हुए अनुमंडल बनाने को लेकर उनके सपने को साकार करना चाह रहे हैं। ठाकुरगंगटी को अनुमंडल का दर्जा मिलने से यहां से लोग 70-75 किमी दूरी तय करके गोड्डा जाने से बच पाएंगे। फिलहाल किसी भी ग्रामीणों को अनुमंडल कार्यालय का काम पड़ता है तो उन्हें अहले सुबह चार बजे से ही तैयारी करनी पड़ती है। छह बजे लोग बस पकड़ते हैं तो चार घंटे की दूरी तय कर चार घंटे का समय लगाकर रोते-बिलखते गोडडा पहुंचते हैं। धरना बुधवार को भी जारी रहेगा।


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